कैग ने 2013-18 के दौरान लाभ घटने को लेकर जम्मू कश्मीर बैंक की कार्यप्रणाली की आलोचना की

punjabkesari.in Thursday, Sep 24, 2020 - 12:42 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) ने जम्मू कश्मीर बैंक (जेएंडके बैंक) में कंपनी संचालन की खामियां गिनाते हुए कहा कि 2013-18 के दौरान गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़ने से उसका लाभ काफी कम हो गया। बैंक को 2012-13 में 1,182.47 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था, जो कम होकर 2017-18 में महज 202.72 करोड़ रुपये रह गया।

कैग ने बुधवार को संसद में पेश की गयी रिपोर्ट में कहा कि बैंक ने कंपनी संचालन से संबंधित सेबी नियमन और कंपनी अधिनियम 2013 के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘जेएंडके बैंक द्वारा अर्जित लाभ 2013-14 के दौरान 1,182.47 करोड़ रुपये से घटकर 2017-18 में 202.72 करोड़ रुपये रह गया, जो मुख्य रूप से बैंक के सकल एनपीए के 31 मार्च 2013 के 643.77 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च 2018 को 6,006.70 करोड़ रुपये पर पहुंच जाने के कारण है।’

रिपोर्ट में कहा गया कि मार्च 2013 के अंत में एनपीए व कुल ऋण का प्रतिशत 1.62 फीसदी था, जो मार्च 2018 में 9.96 फीसदी हो गया। वर्ष 2016-17 के दौरान बैंक को 1,632.29 करोड़ रुपये का घाटा भी हुआ। कैग ने कहा कि बैंक की ऋण नियंत्रण प्रणाली और वित्तीय रिपोर्टिंग प्रणाली समय में एनपीए की पहचान करने में विफल रही। इसमें कहा गया है कि बैंक की 2013- 14 से 2017- 18 के दौरान जमा राशि में वृद्धि 24.58 प्रतिशत रही है। लेकिन मार्च 2017 को समाप्त चार वित्त वर्षों के दौरान बैंक की वार्षिक जमा राशि वृद्धि अनुसूचिति वाणिज्यिक बैंकों की राष्ट्रीय औसत के मुकाबले काफी कम रही है।


 


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rajesh kumar

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