बिगड़ा रसोई का बजट, पिछले एक साल में 30% बढ़ी LPG की कीमत

punjabkesari.in Saturday, Jul 09, 2022 - 06:26 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ऐसे वक्त में जब फलों और सब्जियों से लेकर खाद्य तेल व बिजली की कीमतें आसमान छू रही हैं, एलपीजी रसोई गैस की रिकॉर्ड कीमत ने आम आदमी का बजट और बिगाड़ दिया है। खासतौर से गरीब तबके को इसकी तपिश अधिक महसूस हो रही है।

पिछले एक साल में रसोई गैस की कीमतें 8 बार बढ़ी हैं। इस सप्ताह रसोई गैस की दरों में 50 रुपए प्रति सिलैंडर (14.2 किलोग्राम) की बढ़ौतरी की गई। इसके साथ ही पिछले एक साल में कुल वृद्धि 244 रुपए (30%) हो गई है। बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलैंडर (उज्ज्वला योजना की गरीब महिला लाभार्थियों को छोड़कर) की कीमत अब 1,053 रुपए हो गई है। उज्ज्वला लाभार्थियों को प्रति सिलैंडर 853 रुपए का भुगतान करना होगा।

धुआं रहित ईंधन ला रहा है आंखों में आंसू

आंध्र प्रदेश के तेनाली शहर में 38 वर्षीय गृहिणी एम. मल्लिका ने कहा, ‘‘एलपीजी धुआं रहित ईंधन है लेकिन फिर भी यह हमारे आंसू निकाल रहा है। 3 महीनों में एलपीजी के एक सिलैंडर की कीमत बिना टैक्स के 150 रुपए बढ़ी है और कुल मिलाकर वृद्धि लगभग 160 रुपए हुई है। एक सिलैंडर अब 1,075 रुपए (आंध्र प्रदेश) में है। यह निश्चित रूप से एक भारी बोझ है।’’

टैक्स के आधार पर ईंधन की कीमत विभिन्न राज्यों में अलग-अलग

वैट जैसे लोकल टैक्स के आधार पर ईंधन की कीमत विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होती है। कीमतों में वृद्धि ने विशेष रूप से निम्न आय वर्ग जैसे हाऊसमेड्स, ड्राइवर, सिक्योरिटी गार्ड, दैनिक वेतन भोगी, सेल्समैन और वेटर को प्रभावित किया है, जो प्रति माह 10,000 से 15,000 रुपए तक कमाते हैं। उनकी कमाई का लगभग 10 फीसदी हिस्सा सिर्फ खाना पकाने में ही खर्च हो रहा है।

LPG के वैकल्पिक तरीकों की तलाश कर रहे हैं लोग

एसबीआई कर्मचारी और कोलकाता के गोलपार्क इलाके की निवासी नूपुर दासगुप्ता ने कहा, ‘‘इन दिनों हमारे लिए रसोई गैस सिलैंडर का खर्च उठाना काफी मुश्किल है। हर महीने घरेलू गैस सिलैंडर की कीमत बढ़ जाती है, जिससे हमारे घर के बजट को संतुलित करना और भी मुश्किल हो जाता है। हम खाना पकाने के वैकल्पिक तरीकों की तलाश कर रहे हैं।’’

 


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Content Writer

jyoti choudhary

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