टेस्ला के शेयरों ने निवेशकों को दिया 550% रिटर्न, mcap रिलायंस से तीन गुना अधिक

punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2020 - 04:08 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः टेस्ला प्रमुख एलन मस्क दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। टेस्ला के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिली। शेयर मंगलवार को 6.43% ऊपर 555.38 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने निवेशकों को 2020 में अबतक 550 फीसदी का रिटर्न दिया। शानदार तेजी के चलते कंपनी का मार्केट कैप भी पहली बार 500 बिलियन डॉलर (39.97 लाख करोड़ रुपए) के पार पहुंच गया है। यह रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप से तीन गुना अधिक है। RIL मार्केट कैप के लिहाज भारत की सबसे बड़ी कंपनी है।

एलन मस्क की नेटवर्थ में इस साल 100 बिलियन डॉलर (7.40 लाख करोड़ रुपए) का इजाफा हुआ। इसकी बड़ी वजह टेस्ला के शेयरों में भारी उछाल है, जिससे उनकी नेटवर्थ में बढ़ोतरी हुई।  

उड़ाया था गेट्स का मजाक
हाल ही में, एलन मस्क ने बिल गेट्स का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि बाद वाले को इलेक्ट्रिक कारों के बारे में पता नहीं है। इलेक्ट्रिक ट्रकों पर बिल गेट्स की घोषणाओं पर एक सवाल का जवाब देते हुए एलन मस्क ने कहा, उनके पास कोई प्लान नहीं है। इसके अलावा मस्क ने चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माता Xpeng पर अपनी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी के पुराने स्रोत कोड चोरी करने का आरोप लगाया है। मस्क ने यहां तक ​​आरोप लगाया कि Xpeng ने Apple का कोड भी चुरा लिया है। जुलाई 2019 में, टेस्ला के एक पूर्व इंजीनियर गुआंग्झी काओ ने अपने iCloud खाते में टेस्ला के ऑटोपायलट स्रोत कोड को अपलोड करने की बात स्वीकार की थी। टेस्ला ने कथित तौर पर एक्सपेंग को गुप्त कोड देने के लिए काओ पर मुकदमा दायर किया था।

अगले साल इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला भारतीय कार बाजार में एंट्री करने जा रही है। इस पर मुहर खुद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने लगाई है। हालही में मस्क ने कहा था कि इलेक्ट्रिक कार मैनुफैक्चरर 2021 में भारतीय बाजारों में आने के लिए तैयार है। इससे पहले भी कई बार टेस्ला भारतीय बाजारों में आने को तैयार थी लेकिन कुछ सरकारी नियम के तहत कंपनी भारत में एंट्री नहीं कर सकी। इस बार ऐसा लगता है कि सारी बाधाएं दूर होने वाली हैं।

यूरोप और एशिया बाजारों में निर्यात का प्लान
टेस्ला चीन में निर्मित Model 3 वाहनों को एशियाई और यूरोपीय बाजारों में निर्यात करने का प्लान बना रही है। सूत्रों से पता चला कि यूएस की ऑटोमेकर, जिसने दिसंबर में शंघाई स्थित फैक्ट्री से इलेक्ट्रिक सेडान Model 3 की डिलीवरी शुरू की थी, अब अगले साल से चीन निर्मित मॉडल 3 वाहनों को जापान और हांगकांग में बेचना शुरू करेगी। टेस्ला ने इस टिप्पणी पर जल्दी जवाब नहीं दिया। यूएस कंपनी चीन में Model Y एसयूवी बनाने और अधिक बैटरी पैक, इलेक्ट्रिक मोटर और मोटर कंट्रोल बनाने के लिए एक साथ जोड़कर मैन्युफेक्चरिंग कैपेसिटी का विस्तार कर रही है। Tesla का उद्देश्य इस साल 1.5 लाख शंघाई निर्मित Model 3 वाहनों को तैयार करना है। बीते माह कंपनी ने चीन में करीब 11,800 वाहनों की बिक्री की थी।

Tesla Model 3 में 60 kWh और ड्यूल मोटर दी गई है, जिसके लिए 75 kWh की बैटरी है। रेंज की बात की जाए तो टेस्ला की ऑफिशियल साइट के अनुसार यह इलेक्ट्रिक कार सिंगल चार्जिंज में 481 km की दूरी तय कर सकती है। स्पीड की बात की जाए तो यह मात्र 3.2 सेकंड में 0-100 किमी की स्पीड पकड़ लेती है। Tesla Model 3 में रियर व्हील ड्राइव के लिए सिंगल इलेक्ट्रिक मोटर और ऑल-व्हील ड्राइव के लिए डुअल मोटर दी गई है। वजन की बात की जाए तो इस कार का वजन 4,036 किलो, टच स्क्रीन डिस्प्ले और सीटिंग कैपेसिटी की बात की जाए तो इसमें 5 लोग आराम से बैठ सकते हैं। 

इलेक्ट्रिक व्हीकल के इस्तेमाल से प्रदूषण में कमी
इलेक्ट्रिक व्हीकल का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि इससे प्रदूषण में कमी देखने को मिलेगी। दरअसल पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियां वातावरण में हानिकारक और जहरीले गैस का उत्सर्जन करती हैं। इससे वायु की गुणवत्ता खराब होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। वैसे इलेक्ट्रि्क व्हीकल के इस्तेमाल से वायु प्रदूषण (Air Pollution) के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) में भी कमी आएगी।  

कच्चे तेल के निर्भरता में कमी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश की कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता 82.9 प्रतिशत से बढ़कर 83.7 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह आंकड़े बता रहे हैं कि भारत एक बहुत बड़ी रकम पेट्रोलियम पर खर्च कर रहा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल के इस्तेमाल से भारत की इस निर्भरता को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा यदि आप इलेक्ट्रिक व्हीकल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे बड़े स्तर पर नई नौकरियां पैदा होंगी।

सरकार दे रही है EV के इस्तेमाल को बढ़ावा
सरकार EV को लेकर पूरी तरह से गंभीर है ताकि लोग पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल कम से कम करें। वह अपने स्तर पर लोगों की सहायता भी कर रही है। लोगों को EV चलाने में भरपूर सहूलियत और लाभ मिले इसके लिए देश के कुछ राज्यों ने अपने नीतियों को अंतिम रूप दे दिया है। दिल्ली सरकार की योजना हर तीन किमी पर चार्जिंग स्टेशन बनाने और साथ ही साथ प्राइवेट चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए सब्सिडी देने की भी है। दिल्ली सरकार सब्सिडी के साथ-साथ सभी कैटेगरी में रोड टैक्स, रजिस्ट्रेशन फीस माफ जैसे फायदे देने पर विचार कर रही है। वहीं, ऊर्जा मंत्रालय ने 2023 तक चार्जिंग इन्फ्रा सेटअप योजना की घोषणा कर दी है। इसके अलावा कई निजी कंपनियां इसको लेकर पायलट प्रोजेक्ट पर काम भी कर रही हैं और लोग ज्यादा से ज्यादा इसका इस्तेमाल करें इसके लिए संभावनाएं भी तलाश रही हैं।

बिना पेट्रोल लंबी दूरी की यात्रा करें
एक बार फुल चार्ज करने के बाद आप कहीं भी हों आपको समस्या नहीं आएगी। वैसे चार्जिंग की समस्या न हो इसके लिए Hyundai ने भी अपनी कार KONA में कई बेहतरीन फीचर्स दिए हैं। यह दो वर्जन (39.2kWhऔर 64kWh) में उपलब्ध है। 39.2kWh की बैटरी वाले वर्जन को फुल चार्ज करने पर 452किलोमीटर की रेंज मिलेगी। वहीं 64kWh की बैटरी वाले वर्जन को एक बार चार्ज करने पर 480ज्यादा किलोमीटर की रेंज मिलेगी। इसके अलावा आप इसकी बैटरी को आसानी से घर पर चार्ज कर सकेंगे। इसमें आपको इंडस्ट्री की सबसे अच्छी EV बैटरी मिलेगी, जो एडवांस सेफ्टी प्रोटेक्शन मैकेनिज्म से लैस होगी।
   


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jyoti choudhary

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