टाटा स्टील 2022-23 में भारत, यूरोप के परिचालन में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी

punjabkesari.in Sunday, Jul 17, 2022 - 01:53 PM (IST)

नई दिल्लीः टाटा स्टील ने चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत और यूरोप के परिचालन में 12,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने यह जानकारी दी है। नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील की योजना 2022-23 में भारत में 8,500 करोड़ रुपए और यूरोप में 3,500 करोड़ रुपए का निवेश करने की है। 

चालू वित्त वर्ष में टाटा स्टील की निवेश योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘इस साल हम 12,000 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। इसमें से 8,500 करोड़ रुपए का निवेश भारत में और 3,500 करोड़ रुपए का यूरोपीय परिचालन में किया जाएगा।'' नरेंद्रन ने कहा कि भारत में हम कलिंगनगर परियोजना के विस्तार और खनन गतिविधियों पर ध्यान देंगे। वहीं यूरोप में हमारा इरादा अपने उत्पाद मिश्रण संवर्द्धन और पर्यावरण संबंधी जरूरतों पर खर्च करने का है। कंपनी अपने ओडिशा के कलिंगनगर संयंत्र की क्षमता को 30 लाख टन सालाना से बढ़ाकर 80 लाख टन करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा टाटा स्टील भारत में नीलाचल इस्पात निगम लि. (एनआईएनएल) के अधिग्रहण पर करीब 12,000 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। 

टाटा स्टील ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लि. (टीएसएलपी) के जरिए ओडिशा स्थित 10 लाख टन क्षमता की स्टील मिल एनआईएनएल का करीब 12,000 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया है। यूरोपीय कारोबार पर नरेंद्रन ने बताया कि यह नीदरलैंड और ब्रिटेन के बीच बंटा हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र की राष्ट्रीय इस्पात निगम लि. (आरआईएनएल) के अधिग्रहण की मंशा के बारे में पूछे जाने उन्होंने कहा कि कंपनी के पोर्टफोलियो में सरिये जैसे लॉन्ग उत्पादों के लिए कोई प्रतिबद्ध साइट नहीं थी। 

हालांकि, एनआईएनएल के अधिग्रहण से इसकी भरपाई हो गई है। इस्पात क्षेत्र के परिदृश्य के बारे में पूछे जाने पर नरेंद्रन ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन में कोविड की वजह से लगे लॉकडाउन और भारत में इस्पात पर निर्यात शुल्क लगाए जाने की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बाधाएं रही हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुनियादी ढांचा खर्च पर ध्यान दिए जाने की वजह से इस्पात क्षेत्र के लिए दूसरी छमाही कहीं सकारात्मक रहेगी।  
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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