देश की GDP वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 6.3% रही

punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 05:59 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6.3 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार जीडीपी वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.4 प्रतिशत रही थी। जीडीपी से आशय देश की भौगोलिक सीमा में एक निश्चित समय अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है। विश्लेषकों का अनुमान था कि दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर अप्रैल-जून तिमाही के 13.5 प्रतिशत के मुकाबले आधी रहेगी। 

रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था जबकि भारतीय स्टेट बैंक की रिपोर्ट में इसके 5.8 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई थी। इस महीने प्रकाशित भारतीय रिजर्व बैंक के एक बुलेटिन में जीडीपी वृद्धि दर 6.1 से 6.3 प्रतिशत तक रहने की संभावना जताई गई थी। चीन की आर्थिक वृद्धि दर इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही में 3.9 प्रतिशत रही थी। 

Fiscal Deficit में इजाफा 

वहीं सरकार का राजकोषीय घाटा में तेज इजाफा हुआ है। अप्रैल-अक्टूबर 2022 के दौरान राजकोषीय घाटा बढ़कर 7.58 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो पूरे वित्त वर्ष के टारगेट का 45.6% है। सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-अक्टूबर, 2021 में राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 22 के टारगेट का 36.3 फीसदी रहा था यानी पिछले वित्त वर्ष के शुरुआती 7 महीने में यह 5.47 लाख करोड़ रुपए रहा था। इस प्रकार, चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अक्टूबर के दौरान राजकोषीय घाटा सालाना आधार पर 39 फीसदी ज्यादा है। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष-2023 के लिए 16.61 लाख करोड़ रुपए या जीडीपी (GDP) के 6.4 फीसदी राजकोषीय घाटे का लक्ष्य तय किया है। 
 

 


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Content Writer

jyoti choudhary

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