खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में मामूली बढ़कर 4.48 प्रतिशत हुई

punjabkesari.in Friday, Nov 12, 2021 - 06:12 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकारी आंकड़ों में शुक्रवार को बताया गया कि खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में मामूली बढ़कर 4.48 प्रतिशत हो गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति सितंबर में 4.35 प्रतिशत और अक्टूबर, 2020 में 7.61 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति अक्टूबर में बढ़कर 0.85 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने में 0.68 प्रतिशत थी। 

भारतीय रिजर्व बैंक ने सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें ऊपर-नीचे दो प्रतिशत का विचलन हो सकता है। आरबीआई के अनुमानों के मुताबिक सीपीआई मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत के करीब रहेगी। इसके बाद वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति के 5.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। 

औद्योगिक उत्पादन 3.1% बढ़ा 
देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) सितंबर में पिछले साल के समान महीने की तुलना में 3.1 प्रतिशत बढ़ा है। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर, 2021 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 2.7 प्रतिशत बढ़ा। सितंबर में खनन क्षेत्र के उत्पादन में 8.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि बिजली क्षेत्र का उत्पादन 0.9 प्रतिशत बढ़ा। 

सितंबर, 2020 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर एक प्रतिशत रही थी। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर में आईआईपी में 23.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 20.8 प्रतिशत बढ़ा था। पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस महामारी की वजह से औद्योगिक उत्पादन में 18.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी। महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के चलते अप्रैल, 2020 में औद्योगिक उत्पादन 57.3 प्रतिशत घटा था। 


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Content Writer

jyoti choudhary

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