मकान बनाने वालों के लिए राहत, सीमैंट की कीमतों में 6% गिरावट

punjabkesari.in Friday, Sep 10, 2021 - 04:53 PM (IST)

जालंधरः जून 2021 तिमाही के अंत तक कीमतों में बढ़ौतरी के बाद भारतीय सीमैंट कंपनियां बाद के महीनों में इस बढ़ौतरी को बनाए रखने में असमर्थ रहीं। यह मकान बनाने वालों की लिए थोड़ी राहत देने वाली बात है कि अगस्त 2021 में सीमैंट की कीमत पिछले महीने की तुलना में लगभग 3 फीसदी गिरकर 328 रुपए प्रति 50 किलोग्राम हो गई, जिस कारण पूर्वी क्षेत्र में कीमतों में 6 फीसदी की गिरावट आई। शेष क्षेत्रों में कीमतों में 1-3 फीसदी की गिरावट आई है।

कमजोर मांग से गिरी कीमतें
तीव्र प्रतिस्पर्धा और मानसून कमजोर कीमतों की प्रवृत्ति के प्रमुख कारण थे। पूर्वी क्षेत्र में मौजूदा बड़े खिलाड़ियों की क्षमता में वृद्धि, रेत की बढ़ती कीमत और राज्य सरकारों की कमजोर मांग के कारण अगस्त में कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। यह अनुमान है कि वित्त वर्ष 22 और 23 के बीच भारत के सीमैंट उद्योग की वृद्धिशील क्षमता का 44 फीसदी पूर्वी क्षेत्र में होगा। यह इस क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धी तीव्रता को दर्शाता है।

कीमतों में आ सकता है उछाल
विश्लेषकों का कहना है कि अगस्त में मांग काफी स्थिर रही है। वे सितंबर तिमाही के लिए अच्छी तरह से स्थापित सीमैंट कंपनियों के लिए वॉल्यूम में साल-दर-साल दो अंकों की वृद्धि की उम्मीद करते हैं। पिछले वर्ष में निम्न आधार को देखते हुए अखिल भारतीय औसत सीमैंट की कीमत एक साल पहले के स्तर से 5.6 प्रतिशत अधिक थी। चूंकि मानसून की अवधि घटती है और मांग में काफी सुधार होता है, इसलिए कंपनियों के बढ़ती इनपुट लागत से निपटने के लिए सितंबर और उसके बाद के महीनों में सीमैंट की कीमतों में वृद्धि की संभावना है।

जून माह में बढ़ गई थीं कीमतें
गौरतलब है कि देशभर में जून में सीमैंट की कीमतों में तेजी आई थी। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज द्वारा लेटैस्ट डीलर्स चैनल चैक के मुताबिक अखिल भारतीय कीमतें महीने-दर-महीने आधार पर 4 फीसदी बढ़कर 376 रुपए प्रति 50-किलोग्राम हो गई थी। अगर दक्षिण भारत में सीमैंट की कीमतों की बात करें तो महीने-दर-महीने के आधार पर 11 फीसदी की वृद्धि के साथ 415 रुपए प्रति बैग हो गया था।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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