महामारी के प्रकोप के कारण एडीबी ने घटाया भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान
punjabkesari.in Wednesday, Sep 22, 2021 - 01:13 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः एशियाई विकास बैंक ने बुधवार को कहा कि घरेलू मांग और निर्यात में तेजी के बल पर वित्त वर्ष 2021 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 10 फीसदी रह सकती है लेकिन वित्त वर्ष 2022 में यह नरम पडकर 7.5 प्रतिशत रह सकता है। एडीबी ने अपनी एशियन डेवलपमेंट आउटलुक 2021 के अपडेट रिपोर्ट में कहा है कि मार्च 2022 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसका असर घरेलू उपभोग और शहरी क्षेत्र पर भी हुआ है।
उसने कहा कि कोरोना टीकाकरण में तेजी से महामारी के प्रभाव को काफी हद तक नियंत्रित किया है। इसके साथ ही कारोबारियों, आम लोगों और हेल्थकेयर क्षेत्र की तैयारियों से महामारी के प्रभाव को कम करने में मदद मिली है। एडीबी के भारत में निदेशक टाकिओ कोनिशि ने कहा, "भारत अर्थव्यवस्था में सुधार के बेहतर संकेत दिख रहे क्योंकि दूसरी लहर के प्रभाव को काफी हद तक कम किया गया है। सरकार की वैक्सीनेशन पहल, वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए अधिक संसाधनों में राहत देने की पहल के साथ ही स्वास्थ्य से जुड़े उपायों को सशक्त बनाने से तीव्र सुधार में बहुत मदद मिली है।''
एडीबी ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की तीन अंतिम तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में जबदरस्त तेजी का अनुमान लगाया गया था क्योंकि ई वेबिल, मोेबिलिटी डेटा और पीएमआई में सुधार से कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 20.1 प्रतिशत की गति से बढ़ा है। निजी उपभोक और निवेश के कमजोर रहने का अनुमान है क्योंकि दूसरी लहर से लोगों की आय के साथ ही व्यय क्षमता और ऋण उठाव प्रभावित हो रहा है। हालांकि सरकार की राट्रीय मौद्रीकरण योजनाा से सरकारी व्यय में इंफ्रास्ट्रक्चर व्यय में तेजी आने का अनुमान है। कृषि क्षेत्र में तेजी बन रह सकती है। वैश्विक मांग से निर्यात में तेजी आ सकती है। एडीबी ने कहा कि तेल की वैश्विक कीमतों आ रही तेजी के साथ ही घरेलू स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में तेजी रहने से मुद्रास्फीति का दबाव बना रहा सकता है।
RBI ने जताया 9.5% की विकास दर का अनुमान
मालूम हो कि संक्रमण की दूसरी लहर के दबाव से अर्थव्यवस्था पूरी तरह बाहर आ चुकी है। उत्पादन से आपूर्ति तक तेज सुधारों के बूते विकास दर अब रफ्तार पकड़ने को तैयार है। रिजर्व बैंक ने हाल ही में जारी बुलेटिन में अर्थव्यवस्था के बड़े सुधारों का दावा किया था। आरबीआई ने 2021-22 में 9.5 फीसदी की विकास दर का अनुमान जताया है।