पेट्रोनेट के सीईओ को बीते वित्त वर्ष में मिली 27% की वेतनवृद्धि, नए प्रमुख की तलाश शुरू

punjabkesari.in Sunday, Aug 23, 2020 - 02:28 PM (IST)

नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी गैस आयातक पेट्रोनेट एलएनजी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) प्रभात सिंह को बीते वित्त वर्ष 2019-20 में रिकॉर्ड 27 प्रतिशत की वेतनवृद्धि मिली है। सिंह का पांच साल का कार्यकाल अगले महीने पूरा होने जा रहा है। कंपनी ने संशोधित शर्तों के साथ अपने नए प्रमुख की तलाश शुरू कर दी है। इन शर्तों के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के हाल में सेवानिवृत्त हुए कार्यकारी इस पद के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। 

पेट्रोनेट की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार बीते वित्त वर्ष में सिंह को रिकॉर्ड 1.8 करोड़ रुपए का वेतन मिला। इनमें मुनाफे पर प्राप्त 22.5 लाख रुपए का कमीशन भी शामिल है। पेट्रोनेट एक प्राइवेट लि. कंपनी के रूप में पंजीकृत है, लेकिन इसके प्रमुख पेट्रोलियम सचिव हैं। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में सिंह को 1.4 करोड़ रुपए का वेतन मिला था। दिलचस्प तथ्य यह है कि पेट्रोनेट के सीईओ को दिया गया वेतन कंपनी के प्रवर्तक सार्वजनिक उपक्रमों मसलन गेल, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, ओएनजीसी और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) के चेयरमैन को मिलने वाले वेतन से भी अधिक है। 

सिंह को 14 सितंबर, 2015 को पेट्रोनेट का सीईओ नियुक्त किया गया था। उस समय उन्हें साढ़े छह माह के लिए 40.4 लाख रुपए का वेतन मिला था। इसके अगले साल उन्हें 1.08 करोड़ रुपए का वेतन मिला। 63 वर्षीय सिंह विस्तार के लिए पात्र हैं, क्योंकि उनकी सेवानिवृत्त की आयु दो साल बाद पूरी होगी लेकिन कंपनी ने नए सीईओ की तलाश शुरू कर दी है। कंपनी ने पात्र उम्मीदवारों से नौ सितंबर तक आवेदन आमंत्रित किए हैं। कंपनी ने कहा है कि आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु 14 सितंबर, 2020 तक 48 वर्ष से कम और 60 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। 

इसके अलावा आवेदन की तिथि और साक्षात्कार के दिन तक उम्मीदवार किसी ऐसी सूचीबद्ध कंपनी में कार्यरत होना चाहिए जिसका सालाना कारोबार 5,000 करोड़ रुपये या अधिक है। इस नए प्रावधान के तहत गेल (इंडिया) लि., इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), बीपीसीएल और ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के वे कार्यकारी जो 60 साल की आयु पूरी करने के बाद हाल में सेवानिवृत्त हुए हैं या इसी महीने सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं, वे इस पद के लिए पात्र नहीं होंगे।


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jyoti choudhary

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