Paytm बैंक ने क्रिप्टोकरंसी की ट्रांजैक्शन रोकी

punjabkesari.in Saturday, May 22, 2021 - 11:22 AM (IST)

जालन्धर (नरेश अरोड़ा): क्रिप्टोकरंसी के कारोबार पर अमरीका और चीन के बाद भारत ने भी शिकंजा कस दिया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आदेश के बाद भारत में पे टी.एम. बैंक ने शुक्रवार शाम से क्रिप्टोकरंसी में ट्रांजैक्शन बंद करने की घोषणा की है, जबकि चीन ने बिटकॉइन की माइनिंग पर सख्ती की घोषणा की है।

पे टी.एम. की इस घोषणा के बाद क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वाले उन सारे निवेशकों का पैसा क्रिप्टो मार्कीट में फंस जाएगा जिन्होंने रातों-रात अमीर बनने के चक्कर में क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया हुआ था। अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज के डाटा के मुताबिक करीब डेढ़ करोड़ भारतीयों ने क्रिप्टोकरंसी बाजार में 15 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया हुआ है। यह निवेश वजीर एक्स, कॉइन स्विच जैसी एप्लिकेशन के माध्यम से किया गया है। मोबाइल पर ऐसे करीब 350 स्टार्टअप हैं जो क्रिप्टोकरंसी बाजार में निवेश करवाने का काम करते हैं।

चीन का क्रिप्टो की माइनिंग पर शिकंजा, बिट काइन फिर 10% टूटा 
बुधवार को अपने 30 हजार डॉलर के निचले स्तर में सुधार करने और गुरुवार को फिर 42 हजार पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को बिटकॉइन में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली और यह 10 प्रतिशत गिर कर 36876 के स्तर पर पहुंच गया। चीन द्वारा क्रिप्टो कॉइन की माइनिंग पर शिकंजा कसे जाने की खबर के बाद इसमें तेज गिरावट आई। बिटकॉइन के गिरने के बाद यूनिस्वैप और चेन लिंक जैसी अन्य क्रिप्टो करंसी भी 15 से 20 प्रतिशत गिरावट के साथ कारोबार कर रही थीं और क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज का मार्किट कैपिटलाइजेशन भी 14 प्रतिशत कम होकर 1.62 खरब डॉलर रह गया था।

अमरीका और चीन ने इसी हफ्ते की सख्ती 
इससे पहले बुधवार को चीन ने अपने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि वे क्रिप्टो करंसी में निवेश करने वालों को सेवाएं मुहैया न करवाएं। बैंकों से कहा गया कि वे क्रिप्टो के निवेशकों को रजिस्ट्रेशन करने और ऑनलाइन पेमैट चैनल बनाने तथा ट्रेडिंग व सैटलमैट के काम में सहयोग न दें। चीन की इस चेतावनी के बाद क्रिप्टो करंसी बाजार धराशायी हो गया था। इसके बाद गुरुवार को अमरीका के वित्त विभाग ने क्रिप्टो करंसी में हो रहे निवेश पर नियंत्रण के लिए क्रिप्टो करसी में किए जाने वाले 10 हजार डॉलर के ऊपर के निवेश की जानकारी इंटरनल रैवेन्यू सर्विस को देने का नियम बनाया है।

चीन को वित्तीय ढांचा ध्वस्त होने का खतरा 
चीन में बढ़ रहे क्रिप्टोकरंसी के प्रभाव के कारण चीन को अपनी अर्थव्यवस्था और वित्तीय ढांचे को चोट पहुंचने का खतरा सता रहा है, लिहाजा चीन ने क्रिप्टो करंसी मार्कीट पर पर ज्यादा सख्ती करनी शुरू कर दी है। चीन को लगता है कि यदि क्रिप्टो करंसी का प्रभाव बढ़ता गया तो चीन में शेयर बाजार, वित्तीय संस्थाएं, विदेशी करंसी कारोबार और अन्य प्रकार के वित्तीय लेन-देन प्रभावित होंगे। चीन ने 2014 से ही क्रिप्टो करंसी को लेकर नकारात्मक रुख अपनाया हुआ है लेकिन पिछले कुछ दिनों से इसका रुख इसे लेकर ज्यादा आक्रामक हा गया है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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