बजाज की राह पर Parle-G, विज्ञापनों पर लिए फैसले की ट्विटर पर हो रही जमकर तारीफ

punjabkesari.in Tuesday, Oct 13, 2020 - 03:40 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः टीआरपी घोटाला सामने आने के बाद कंपनियां ऐसे चैनलों पर विज्ञापन को लेकर सतर्क हो गई हैं। बड़े ऐडवटाइजर्स और मीडिया एजेंसीज में इस बात को लेकर माथापच्‍ची जारी है कि ऐसे चैनलों के विज्ञापन में कितनी कटौती हो। कुछ कंपनियों ने फैसला किया है वे उन चैनल्‍स को विज्ञापन नहीं देंगी जो 'नफरत को बढ़ावा देने वाला, जहरीला कंटेंट' दिखाते हैं। कुछ दिन पहले बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने तीन चैनल्‍स को ब्‍लैकलिस्‍ट करने की बात कही थी। अब पारले प्रॉडक्‍ट्स ने भी कहा है कि वह कुछ चैनल्‍स पर विज्ञापनों के खर्च को कम करने की सोच रही है ताकि बाकी चैनल्‍स को एक साफ संदेश जाए। इस कदम के लिए सोशल मीडिया पर कंपनी की खूब तारीफ हो रही है।

PunjabKesari

PunjabKesari

कोविड-19 के चलते पारले-जी बिस्किट बनाने वाली कंपनी टीवी पर ज्‍यादा दिखी नहीं। उसके सीनियर कैटेगरी हेड कृष्‍णाराव बुद्ध ने 'मिंट' अखबार से बातचीत में कहा कि कंपनी 'जहरीला कंटेंट' प्रसारित करने वाले चैनल्‍स को ऐड नहीं देगी। उन्‍होंने यह भी क‍हा कि वे बाकी विज्ञापनदाताओं से भी इस बारे में साथ आने पर बात कर रहे हैं। बुद्ध ने कहा, "हम ऐसी संभावनाएं तलाश रहे हैं जहां बाकी ऐडवर्टाइजर्स भी साथ आ सकें और न्‍यूज चैनलों पर उनके खर्च में कटौती कर सकें, ताकि सारे न्‍यूज चैनल्‍स को साफ संदेश जाए कि वे अपना कंटेंट बदल लें।" उन्‍होंने कहा कि कंपनी आक्रामकता और जहर फैलाने वाले चैनलों पर पैसा नहीं खर्च करना चाहती।

PunjabKesari

PunjabKesari

ट्विटर पर पारले को मिल रही वाहवाही
सोशल मीडिया पर पारले प्रॉडक्‍ट्स के इस कदम को खूब सराहा जा रहा है। किसी ने उम्‍मीद जताई कि इस कदम से शायद न्‍यूज चैनलों पर ऐसे कंटेंट में कमी देखने को मिले। वहीं बहुत सारे लोगों ने पारले और बजाज का शुक्रिया अदा किया है। 

PunjabKesari

1982 में आया था पारले-जी का पहला टीवी ऐड
1939 में जब दुनिया में दूसरा विश्व युद्ध हो रहा था, पारले ने ग्लूकोज बिस्किट बनाने शुरू किए थे। 1980 में ग्लूकोज बिस्किट्स का नाम बदल कर पारले-जी कर दिया गया। 1982 में लॉन्च हुए पारले-जी के पहले टीवी कमर्शल के साथ आया स्लोगन- स्वाद भरे, शक्ति भरे पारले-जी। तब पारले-जी का प्रचार किसी बॉलिवुड स्टार ने नहीं बल्कि बच्चों के चहेते सुपरहीरो शक्तिमान ने किया। 'स्वाद भरे, शक्ति भरे' पारले-जी का सफर अब 'जी माने जीनियस' तक पहुंच चुका है।
PunjabKesari

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

jyoti choudhary

Recommended News

Related News