राजनीतिक विमर्श से सौहार्द गायबः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

punjabkesari.in Friday, Apr 28, 2023 - 11:53 PM (IST)

मुंबईः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि देश में राजनीतिक संवाद के स्तर में गिरावट आई है और मौजूदा राजनीतिक विमर्श में सौहार्द की कमी हो गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को एक कप कॉफी की पेशकश करने जैसे सामान्य कदम को भी "पूरी तरह से गलत समझा" जा सकता है। उन्होंने कहा कि अतीत में ऐसी स्थिति नहीं थीं। 

इस क्रम में उन्होंने कांग्रेस नेता चक्रवर्ती राजगोपालाचारी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पी. राममूर्ति के कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद उनके आपसी संबंधों को याद किया। वित्त मंत्री ने कहा कि राजाजी अपने घर से एक थर्मस में कॉफी ले जाते थे और चर्चा के बीच राममूर्ति को कॉफी की पेशकश करते थे। वित्त मंत्री ने दिग्गज बैंकर एन वघुल की किताब 'रिफ्लेक्शंस' के विमोचन के मौके पर यहां कहा, "मैं (अभी) एक कप कॉफी की पेशकश करने की कल्पना भी नहीं कर सकती... इसे पूरी तरह से गलत समझा जा सकता है।" 

सीतारमण ने राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ वघुल के टकराव का भी जिक्र किया। वित्त मंत्री ने कहा कि उन्होंने भी सुना है कि कैसे बैंकरों को नेताओं के हस्तक्षेप का सामना करना पड़ता था। वघुल ने 47 साल की उम्र में एक सरकारी बैंक से इस्तीफा दे दिया था। 

वित्त मंत्री ने कहा कि 40 वर्षों तक, प्रत्येक सरकार ने पिछली सरकार के साथ यह दिखाने के लिए तुलना की कि वे पहले की सरकार की अपेक्षा अधिक समाजवादी हैं। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार, 2021 में उनके द्वारा पेश किए गए बजट में "निजीकरण" शब्द का उल्लेख किया गया था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन की वजह से था। 


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Content Writer

Pardeep

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