Air India को बेचने के लिए सरकार ने उठाया ये कदम, सालों से घाटे में चल रही एयरलाइन कंपनी

punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 06:27 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सरकार ने राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री के लिए वित्तीय बोलियों को आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू की है और सूत्रों के मुताबिक इस सौदे के सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। पिछले साल दिसंबर में घाटे में चल रही एयर इंडिया को खरीदने के लिए लगाई गईं शुरुआती बोलियों में टाटा समूह की बोली भी शामिल है। 

यह भी पढ़ें- रतन टाटा को आज भी है इस बात का अफसोस, उद्योगपति नहीं रहते तो करते ये काम 

सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक बोलियों का विश्लेषण करने के बाद योग्य बोलीदाताओं को एयर इंडिया के वर्चुअल डेटा रूम (वीडीआर) तक पहुंच दी गई, जिसके बाद निवेशकों के सवालों के जवाब दिए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि यह सौदा अब वित्तीय बोलियों के चरण में चला गया है और इसके सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। सरकार एयर इंडिया में अपनी पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। यह विमानन कंपनी 2007 में घरेलू परिचालक इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से घाटे में है।

यह भी पढ़ें- बिटकॉइन को फिर लगे पंख, रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंची एक सिक्के की कीमत 

कोविड-19 महामारी के कारण हिस्सेदारी बिक्री प्रक्रिया में देरी हुई और सरकार ने प्रारंभिक बोलियां प्रस्तुत करने की समय सीमा को पांच बार बढ़ाया। इस विमानन कंपनी के सफल बोलीदाता को घरेलू हवाई अड़्डों पर 4,400 घरेलू और 1,800 अंतरराष्ट्रीय लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट के साथ ही विदेशों में 900 स्लॉट पर नियंत्रण मिलेगा। इस नीलामी में सस्ती सेवाएं देने वाली इसकी अनुषंगी एयर इंडिया एक्सप्रेस और माल एवं यात्री सामान चढ़ाने उतारने वाली साझा इकाई एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी भी शामिल है। 

यह भी पढ़ें- इन डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में इस साल आया 12% का उछाल, 10.71 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा छुआ

कंपनी पर है 60,000 करोड़ रुपए का बकाया कर्ज
कंपनी पर कुल संचित कर 60,000 करोड़ रुपए का बोझ पड़ जाने से इसकी हालत पतली हो गयी है। नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने पिछले महीने कहा था कि एयर इंडिया का निजीकरण करने या इसे बंद करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News