गूगल का पेटीएम पर पलटवार! कहा- गूगल प्ले स्‍टोर की सट्टेबाजी नीतियों का उल्लंघन नहीं हैं कैशबैक की पेशकश

punjabkesari.in Monday, Sep 21, 2020 - 11:14 AM (IST)

बेंगलुरुः डिजिटल भुगतान कंपनी पेटीएम और गूगल के बीच इन दिनों जंग छिड़ी हुई है। पेटीएम ने दावा किया कि भारत में वैध होने के बाद भी गूगल ने उसे कैशबैक की पेशकश हटाने के लिए मजबूर किया है। पेटीएम ने आरोप लगाया कि गूगल की भुगतान सेवा 'गूगल पे' खुद क्रिकेट पर आधारित ऐसी ही पेशकश कर रही है। इस पर गूगल ने कहा कि सिर्फ कैशबैक और वाउचर गूगल प्ले की सट्टेबाजी से जुड़ी नीतियों का उल्लंघन नहीं हैं। साथ ही कहा कि अगर पेटीएम नीतियों का आगे भी उल्लंघन करेगा तो गूगल प्ले डेवलपर अकाउंट को सस्‍पेंड किया जा सकता है।

कैशबैक-स्‍क्रैच कार्ड सुविधा हटाने को किया मजबूर
गूगल ने आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट (IPL-2020) से पहले 18 सितंबर के नीतिगत अपडेट के बाद पेटीएम के ऐप को अपने ऐप स्टोर ' गूगलप्ले स्टोर' से कुछ समय के लिए हटा दिया था। पेटीएम का ऐप वापस प्ले स्टोर पर तब आ पाया, जब उसने क्रिकेट से जुड़े एक फीचर से कैशबैक की सुविधा वापस ले ली। पेटीएम ने एक ब्लॉग पोस्ट में रविवार को कहा कि उसे एंड्रॉयड प्ले स्टोर पर वापस जगह पाने के लिए यूपीआई कैशबैक और स्क्रैच कार्ड सुविधा हटाने के नियम को मानने के लिए मजबूर किया गया। कंपनी ने कहा कि भारत में कैशबैक और स्क्रैच कार्ड की पेशकश वैध है। कंपनी सरकार के सभी नियमों और कानूनों के मुताबिक कैशबैक की सुविधा दे रही है।

बार-बार नीतियों के उल्‍लंघन पर सस्‍पेंड होगा अकाउंट
गूगल के एक प्रवक्ता ने कहा कि सिर्फ कैशबैक या वाउचर की पेशकश करना गूगल प्ले सट्टेबाजी नीति का उल्लंघन नहीं है। गूगल प्ले स्टोर ने सट्टेबाजी नीति को पिछले सप्ताह नए सिरे से लागू किया है। यह नीति ऑनलाइन कसिनो या खेल में सट्टेबाजी की सुविधा देने वाले ऐप को प्रतिबंधित करता है। हम उपभोक्ताओं को सुरक्षित अनुभव देने के साथ ही डेवलपर्स को सस्‍टेनेबल बिजनेस बनाने के लिए प्‍लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए अपनी नीतियों को सोच-विचार करने के बाद लागू करते हैं। बार-बार नीतियों का उल्लंघन करने की स्थिति में हम इससे गंभीर कदम भी उठा सकते हैं, जिनमें गूगल प्ले डेवलपर अकाउंट को सस्‍पेंड भी किया जा सकता है। हमारी नीतियां सभी डेवलपर्स पर लागू होती हैं।

'गूगल का बाजार में एकाधिकार कायम करने के लिए बनाईं नीतियां'
पेटीएम ने आरोप लगाया कि प्ले स्टोर की नीतियां भेदभाव वाली हैं। ये नीतियां बाजार में गूगल का एकाधिकार कायम करने के लिए बनाई गई हैं। हमें इस भेदभावपूर्ण नीति का पालन करने के लिए मजबूर किया गया है। पेमेंट कंपनी ने कहा कि गूगल पे ने खुद ही तेज शॉट्स कैंपेन की शुरुआत की है। इस कैंपेन में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि एक लाख रुपए तक का निश्चित इनाम पाने के लिए रन बनाएं। गूगल पे ने भी इसे क्रिकेट सीजन की शुरुआत के समय पेश किया है। पेटीएम ने आरोप लगाया कि गूगल ने कंपनी को आपत्तियों का जवाब देने का कोई मौका नहीं दिया। हमारा मानना है कि हमने किसी नीति या कानून का उल्लंघन नहीं किया था।
 


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jyoti choudhary

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