चीनी उत्पादन में भारी कमी
punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2017 - 04:42 PM (IST)
नई दिल्लीः देश के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों के गत दो वर्षाें से सूखे के चपेट में रहने से गन्ने के फसल में आई भारी कमी के कारण चालू चीनी सत्र में 28 फरवरी तक कुल 162.45 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया जो गत चीनी सत्र की समान अवधि में उत्पादित 199.43 लाख टन से करीब 37 लाख टन कम है। चीनी मिल संगठन इस्मा के आज जारी आंकड़ों के अनुसार एक अक्टूबर 2016 से शुरू चालू चीनी सत्र में इस साल 28 फरवरी तक महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों के चीनी उत्पादन में भारी गिरावट आई। इन दो राज्यों के अलावा तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा बिहार का चीनी उत्पादन भी घटा है।
आलोच्य अवधि में उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के चीनी उत्पादन में बढ़त दर्ज की गई है। इस्मा का कहना है कि गत 28 फरवरी तक पूरे देश के 257 चीनी मिलों में अभी पेराई का काम चल रहा है जबकि गत चीनी सत्र की समान अवधि में 390 चीनी मिलों में काम चल रहा था। चीनी मिलों के काम बंद करने की मुख्य वजह गन्ने की कमी है और मिलों के पहले ही काम बंद करने से चीनी उतपदन पर असर पड़ा है। दक्षिणी तथा पश्चिमी इलाके बीते दो साल से सूखे को झेल रहे हैं, जिससे गन्ने के उत्पादन को भारी क्षति पहुंची है। सूखे के कारण इन इलाकों में प्रति हेक्टेयर गन्ने का उत्पादन भी घट गया है।
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