ड्राई फ्रूट्स उद्योग के लिए दिवाली में मंदी, कीमतें 30 फीसदी तक गिरीं

punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2019 - 10:39 AM (IST)

नई दिल्लीः इस बार दिवाली पर मंदी देखने के मिलेगी क्योंकि पिछले साल की अपेक्षा ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद ग्राहक खरीदारी से कतरा रहे हैं। इस हिसाब से ड्राई फ्रूट्स उद्योग को एक झटका लग सकता है। ड्राई फ्रूट्स की कीमतें 30 फीसदी तक नीचे गिर गई हैं।

मूलभूत संकेत तो यह मिले थे कि ड्राई फ्रूट्स के तोहफों की बिक्री बहुत होगी परन्तु मिठाइयों के उद्योग से डिमांड खिसकती हुई नीचे आ गई थी। नई दिल्ली में खारी बाओली मार्कीट में इंडो-अफगान चैंबर आफ कामर्स के महासचिव विकास बांसल ने बताया कि मिठाई, चाकलेट, आईस क्रीम, हैल्थ बार उत्पादों की मांग के बावजूद बिक्री बहुत कम हो गई है और ड्राई फ्रूट्स की खरीदारी दिवाली पर मंदी नजर आई है। इसी तरह प्रकाश राव जो ड्राई फ्रूट्स के व्यापार के प्रशासनिक हिस्सेदार हैं, ने बताया कि आम तौर पर दिवाली दौरान बिक्री दोगुनी हो जाया करती है परन्तु इस बार हम बहुत ही कम मांग देख रहे हैं जिससे मंदी का रुझान प्रत्यक्ष नजर आया है। सूत्रों के अनुसार काजू के भाव 20 फीसदी से 30 फीसदी नीचे गिर गया है जिससे यह 800 रुपए प्रति किलो बिका है और बादाम की गिरी 10 फीसदी गिर कर 600 रुपए प्रति किलो हुई है।

आर्थिक और बैंकिंग संकट की वजह से मांग में गिरावट
व्यापारी बांसल के अनुसार महाराष्ट्र में विधान सभा मतदान व आर्थिक और बैंकिंग संकट की वजह से मांग में गिरावट दर्ज की गई है। लोगों का रुझान मिठाइयों से हट कर सूखे मेवों की तरफ  बढ़ा भी है परन्तु दिवाली के मौके पर ग्राहकों में उत्साह बहुत घटा है। वे बहुत थोड़ी मात्रा में मेवे खरीद रहे हैं। इसके साथ ही मेवों में खजूर कुछ ठीक रही है। पिस्ते की कीमतें 20 से 25 फीसदी नीचे गिर गई हैं, जो 900 रुपए किलो बिक रहा है जबकि किशमिश 250 रुपए किलो पर टिकी हुई है। कोच्चि में मेवों के एक व्यापारी बदूरदीन ने बताया है कि एक वर्ष पहले 15-20 फीसदी खरीदारी में गिरावट साथ-साथ भारी रियायत के बावजूद मेवों की मांग उभर नहीं सकी। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव होने के कारण व्यापारियों ने मंदी का सामना किया है। 


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Supreet Kaur

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