महंगे टमाटर ने बढ़ाई टोमैटो प्यूरी और टोमैटो केचअप की मांग

punjabkesari.in Friday, Jul 28, 2017 - 04:45 PM (IST)

नई दिल्लीः टमाटर की कीमतों में आए अप्रत्याशित उछाल के कारण टोमैटो प्यूरी और टोमैटो केचअप की मांग पिछले कुछ सप्ताह के दौरान 40 से 45 फीसदी बढ़ गई है। उद्योग संगठन एसोचैम की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर भारतीय व्यंजनों में जरूरी माने जाने वाले टमाटर की आसमान छूती कीमत के कारण लोगों ने टोमैटो प्यूरी और टोमैटो केचअप को विकल्प के रुप में देखते हुए इसकी खरीद शुरू कर दी है।
PunjabKesari
कम किया टमाटर का इस्तेमाल
टोमैटो प्यूरी और टोमैटो केचअप की बढ़ती मांग को देखते हुए दुकानदारों ने इसका भंडार बढ़ा दिया है। अधिकतर शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों में बड़ी मात्रा में टमाटर डाले जाते हैं और इसी कारण होटल तथा रेस्टोरेंट में व्यंजनों की लागत काफी बढ़ गई है। अध्ययन के मुताबिक अधिकतर लोगों ने बताया कि उन्होंने टमाटर का इस्तेमाल बुहत कम कर दिया है और वे वैसे ही व्यंजन बना रहे हैं जिनमें टमाटर की जरूरत न हो जैसे भिंडी और कद्दू। कुछ लोग टमाटर की जगह कच्चे आम का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। बारिश की वजह से फसल बर्बाद होने के कारण पिछले कुछ सप्ताह के दौरान टमाटर के दाम बड़ी तेजी से बढ़े हैं। टमाटर की पैदावार वाले कुछ इलाकों में बाढ़ और कुछ में हुई कम बारिश के कारण इसकी फसल बहुत प्रभावित हुई है।

फसल को हुआ भारी नुक्सान
प्रमुख शहरों की मंडियों में कारोबारियों से की गई बातचीत से यह पता चलता है कि आने वाले कुछ समय तक टमाटर की कीमतों में कमी आने की कोई उम्मीद भी नहीं है क्योंकि देश के जिन हिस्सों में इसकी फसल तैयार होती है, उनमें से अधिकतर जगह बाढ़ का कहर है। रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों में जहां टमाटर की पैदावार होती है, वहां कम बारिश के कारण फसल को बहुत नुकसान हुआ है। टमाटर की पैदावार प्रभावित होने का सबसे अधिक असर दिल्ली-एनसीआर और मुम्बई में दिखा है। इसके अलावा टमाटर बहुत ही जल्द खराब हो जाते हैं और इनके संरक्षण के लिए कोल्ड स्टोरेज तथा एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए रेफ्रीजरेटेड वाहनों की आवश्यकता होती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News