वैश्विक आर्थिक विकास दर को झटका दे सकता है कोरोना वायरस

punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2020 - 12:29 PM (IST)

नई दिल्लीः चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस के संक्रमण का असर जून के बाद भी बना रहा तो वैश्विक आर्थिक वृद्धि करीब 1 प्रतिशत नीचे आ सकती है। यानी यह वैश्विक आर्थिक विकास दर को झटका दे सकता है। डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण का चीन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर दिखने लगा है। इसका दुष्प्रभाव वैश्विक कंपनियों पर बढ़ता जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस के संक्रमण को 30 जनवरी को वैश्विक चिकित्सकीय आपातकाल घोषित किया है।

रिपोर्ट में कहा गया कि चीन में कारोबारी गतिविधियों में जनवरी के अंत में नववर्ष के अवकाश के कारण नरमी आना सामान्य है। इस कारण वैश्विक कंपनियां पहले ही भंडार बढ़ा लेती हैं। अत: कोरोना वायरस के कारण आपूर्ति व परिचालन बाधित होने का अभी तक खास असर देखने को नहीं मिला है। 

डन एंड ब्रॉडस्ट्रीट ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन का योगदान कई गुणा बढ़ा है। उसने कहा कि चीन में करीब 2.2 करोड़ कंपनियां अर्थात चीन की आर्थिक गतिविधियों का 90 प्रतिशत उन क्षेत्रों में ही स्थित है, जहां वायरस के संक्रमण का अधिक असर है। 

संकट में पर्यटन कारोबार, यात्राएं रद्द कर रहे लोग
सुस्ती के बाद अब कोरोना संकट की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावित होने लगी है। कामकाज पर भी असर पडऩे लगा है। पर्यटन कारोबार पर इसका कुछ ज्यादा ही असर दिखने लगा है क्योंकि कई देशों ने चीन और कोरोना वायरस से प्रभावित दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इस वजह से बड़ी संख्या में लोगों ने आगामी महीनों के लिए अपनी यात्रा रद्द करनी शुरू कर दी है। लोकल सर्कल के एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। 

सर्वे में शामिल 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोरोना संकट की वजह से वे गर्मी की छुट्टियों को लेकर चिंतित हैं, जबकि 72 प्रतिशत इसे लेकर सतर्क हैं। वहीं 16 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मौजूदा परिस्थितियों में उन्हें यात्राएं नहीं करनी चाहिएं क्योंकि यह वायरस प्रभावित कर सकता है। 3 प्रतिशत लोगों को वायरस को लेकर कोई चिंता नहीं है। उनका मानना है कि कोरोना वायरस उन्हें प्रभावित नहीं कर सकता है। 70 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पिछले 30 दिनों में चीन या सिंगापुर से आने वाले लोगों पर सरकार को विशेष नजर रखनी चाहिए। लोकल सर्कल का कहना है कि इस सर्वे में 40,000 से भी ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें टियर-1, टियर-2 और टियर-3 शहरों के लोगों को शामिल किया गया। इनमें से 39 प्रतिशत प्रतिभागी महिलाएं थीं।  

एडिडास की बिक्री में भारी गिरावट
कोरोना वायरस की वजह से अब तक चीन में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इसकी वजह से कारोबार को भी काफी नुक्सान हो रहा है। जर्मन स्पोर्ट्स वियर कम्पनी एडिडास की सेल में भी भारी गिरावट देखी गई है। कम्पनी ने कहा है कि 25 जनवरी को चीनी नववर्ष के बाद ग्रेटर चीन में हमारी व्यावसायिक गतिविधि पिछले साल के मुकाबले इस साल लगभग 85 प्रतिशत कम रही है। एडिडास ने कहा कि यह अनुमान नहीं लगा सकता है कि वायरस का असर उसके वार्षिक परिणामों पर कितना बड़ा होगा। कम्पनी 11 मार्च को अपने 2019 के कमाई के आंकड़े जारी करेगी। एडिडास ने चीन में अपने स्वामित्व वाले 500 स्टोर और 11,500 फ्रैंचाइजी बंद कर दिए हैं।


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jyoti choudhary

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