अडानी एंटरप्राइजेस के FPO पर चिंता के बादल, टेंशन में बड़े निवेशक

punjabkesari.in Saturday, Jan 28, 2023 - 12:50 PM (IST)

नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। अडानी के शेयरों में 10 से 20 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में बीते दो दिनों में लगातार गिरावट के कारण निवेशकों को अच्छा खासा नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा टेंशन में बड़े निवेशकों के साथ है। बतौर एंकर इनवेस्टर अडानी एंटरप्राइजेस के एफपीओ में पैसा लगा दिया है। अडानी इंटरप्राइजेज का एफपीओ जो शुक्रवार से खुला, उसमें भी कमजोर रिस्पांस मिला है। पिछले दो दिनों में स्टॉक में गिरावट के कारण निवेशक अलर्ट हो गए है। जिस एफपीओ का इश्यू प्राइस 3112 है, वो शुक्रवार को 2762 के स्तर पर बंद हुआ है।

अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को शुक्रवार को आवेदन के पहले दिन केवल एक प्रतिशत अभिदान मिला। अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी एंटरप्राइजेज समेत समूह की सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजार बीएसई पर उपलब्ध सूचना के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज लि. के एफपीओ के पहले दिन 4.55 करोड़ शेयर के बदले केवल 4.7 लाख शेयरों के लिए ही बोली आई। कंपनी ने एफपीओ के लिए कीमत दायरा 3,112 से 3,276 रुपए प्रति शेयर रखा हुआ है। हालांकि शुक्रवार को इसका शेयर बीएसई में 2,762.15 रुपए के भाव पर बंद हुआ।

खुदरा निवेशकों ने चार लाख शेयरों के लिए आवेदन किए जबकि उनके लिए 2.29 करोड़ शेयर आरक्षित हैं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों की श्रेणी में 1.28 करोड़ शेयर के मुकाबले केवल 2,656 शेयर के लिए बोली आई। गैर-संस्थागत निवेशकों ने 60,456 शेयर के लिए बोली लगाई जबकि पेशकश 96.16 लाख शेयर की है। कंपनी का एफपीओ 31 जनवरी को बंद होगा। इसके पहले अडानी एंटरप्राइजेज ने एंकर यानी बड़े निवेशकों से 5,985 करोड़ रुपए जुटाए थे। 

हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडानी की अगुवाई वाले समूह पर 'खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी' में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडानी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है। अडानी समूह ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपनी प्रमुख कंपनी के एफपीओ को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के तहत 'बिना सोचे-विचारे' काम करने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ 'दंडात्मक कार्रवाई' को लेकर कानूनी विकल्पों पर गौर कर रहा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News