चीन को बड़ा झटका देने की तैयारी में मुकेश अंबानी-रतन टाटा समेत कई उद्योगपती, CAIT ने लिखा पत्र

punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 02:15 PM (IST)

नई दिल्लीः कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारत के 50 अन्य उद्योगपति को पत्र भेजकर राष्ट्र एवं अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के अभियान में उनसे जुड़ने का आग्रह किया है। कैट द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ के नाम से ‘चीनी सामानों का बहिष्कार’ का एक अभियान 10 जून, 2020 से राष्ट्रीय स्तर पर चलाया जा रहा है, जिससे जुड़ने के लिए कैट ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों और बॉलीवुड और क्रिकेट की मशहूर हस्तियों से भी अपील किया है।

इन उद्योगपतियों को भेजा पत्र 
कैट ने मुकेश अम्बानी के अलावा टाटा समूह के रतन टाटा, इंफोसिस के नारायणमूर्ति, विप्रो समूह के अजीम प्रेमजी, गोदरेज समूह के आदी गोदरेज, नुस्ली वाडिया, अजय पीरामल, विक्रम किर्लोस्कर, कुमार मंगलम बिरला, शिव नाडार, राहुल बजाज, सुनील भारती मित्तल, ज्योत्स्ना सूरी, आनंद महिंद्रा, उदय कोटक, पालनजी मिस्त्री, शशि रुइया, मधुकर पारेख, डॉ. सतीश रेड्डी, पंकज पटेल, नीलेश गुप्ता, हर्ष मरीवाला, पंकज पटेल आदि से सहयोग का आग्रह किया है। 

Wipro MD Azim Premji Resigns, CEO Abidali Neemuchwala to Take Over

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने अंबानी और अन्य उद्योगपतियों को भेजे पत्र में कहा कि एक सफल उद्यमी और भारतीय उद्योग के कर्णधारों में से एक होने के कारण कैट ने सभी उद्योगपतियों से चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। कैट ने अंबानी सहित अन्य सभी उद्योगपतियों से कहा की यह अभियान देश की अर्थव्यवस्था में एक नया परिवर्तन लाएगा और भारत को दुनिया में एक नदी आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करेगा, इस दृष्टि से देश के सभी प्रमुख वर्गों के जुड़ने से चीन पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम होगी। 

Narayana Murthy, Founder, Infosys Limited, Trustee, Infosys Science Foundation

चरणबद्ध तरीके से चीनी कच्चे माल को कहें नमस्ते 
भरतिया ने कहा कि भारत चीन से चार श्रेणियों के उत्पादों का आयात करता है। तैयार माल, कच्चा माल, भारत में माल की असेंबली के लिए स्पेयर पार्ट्स और टेक्नोलॉजी वाले उत्पाद। कैट ने चरणबद्ध तरीके से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का फैसला किया है। कैट ने पहले चरण के लिए लगभग 450 व्यापक श्रेणी के तैयार उत्पादों की एक सूची बनाई है जिसके अंतर्गत लगभग 3000 से अधिक उत्पाद ऐसे हैं जो चीन से आयात होते हैं जबकि इस प्रकार के सभी उत्पाद भारत में पहले से ही बन रहे हैं। 

Kumar Mangalam Birla column: Building tomorrow's India - The Hindu

मिथक दूर करेंगे 
उनका कहना है कि देश के कुछ वर्गों में एक मिथक है कि भारत चीनी वस्तुओं का बहिष्कार बहुत मुश्किल है। इसे भारत के व्यापारियों ने एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि देश में व्यापारी देशवासियों के सहयोग से इसे करके दिखाएंगे।


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jyoti choudhary

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