4 सालों में पहली बार इतने घाटे में एविएशन सेक्टर, 8 महीनों में 6 हजार करोड़ से ज्यादा का हुआ नुकसान

punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2019 - 06:18 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः आर्थिक मंदी और महंगे फ्यूल जैसी समस्याओं के चलते देश के एविएशन सेक्टर के लिए साल 2019 बहुत अच्छा नहीं रहा है। इस वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में सेक्टर को 6,000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। सेक्टर वित्त वर्ष 2015 के बाद यानी पिछले चार सालों में पहली बार इतना घाटा उठा रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस वित्त वर्ष के बाकी महीनों में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।

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बिज़नेस लाइन की खबर के अनुसार, सेक्टर को इस वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों यानी अप्रैल-नवंबर के बीच में कुल मिलाकर 6,845.78 करोड़ का नुकसान हुआ है। वहीं, इस अवधि में प्राइवेट कैरियर्स का नुकसान बढ़कर 2,311.79 करोड़ हो गया। वहीं नेशनल कैरियर और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों का नुकसान 4,533.9 करोड़ पर रहा।

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नागरिक उड्डयन मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, अप्रैल-नवंबर की अवधि में एयर इंडिया ने 4,685 करोड़ का घाटा रिपोर्ट किया। वहीं, UDAN रूट पर ऑपरेट करने वाली एयर इंडिया की सब्सिडियरी कंपनी Alliance Air ने 308 करोड़ रुपए का नुकसान दर्ज कराया है।

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सभी तीन सरकारी कैरियर में बस एयर इंडिया एक्सप्रेस ने ही बस मुनाफा दिया है। मुनाफा कम हुआ है लेकिन बाकी के मुकाबले कंपनी ने 459 करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज कराया है। कंपनी का इन आठ महीनों में कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू 81,164 करोड़ रहा है।

प्राइवेट कैरियर्स की बात करें तो टाटा SIA एयरलाइंस (विस्तारा) ने 900 करोड़ का नुकसान दर्ज कराया है। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 2,994.38 करोड़ और कुल खर्च 3,894.85 रहा है। एयर एशिया इंडिया ने 703 करोड़ का नुकसान उठाया है। वहीं, स्पाइसजेट ने 266 करोड़ का नुकसान और 521 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज कराया है। इंडिगो ने 490 करोड़ का नुकसान रिपोर्ट किया है।


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jyoti choudhary

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