संकट में एयर इंडिया, एक साथ 120 पायलटों ने दिया इस्तीफा

punjabkesari.in Sunday, Oct 13, 2019 - 05:46 PM (IST)

नई दिल्लीः एयर इंडिया कंपनी में एक बार फिर से भारी संकट देखने को मिल रहा है। सैलरी और प्रमोशन के मुद्दे पर एक साथ कई पायलट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ये तमाम पायलट अपनी सैलरी नहीं बढ़ने और पदोन्नति नहीं होने से नाराज थे, जिसके चलते उन लोगों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के अनुसार कंपनी के करीब 120 एयरबस ए-320 पायलटों ने इस्तीफा दे दिया है। इन तमाम पायलट ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

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हमारी मांगे नहीं सुन रहा प्रबंधन 
यह केंद्र सरकार द्वारा 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक के कर्ज में फंसी सरकारी विमानन कंपनी की हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू करने के फैसले के बाद हुआ है। हाल ही में इस्तीफा देने वाले एक पायलट ने बताया, 'एयर इंडिया प्रबंधन को हमारी शिकायतें सुननी चाहिए। सैलरी में इजाफे और प्रमोशन को लेकर हमारी डिमांड बहुत दिनों से पेंडिंग है लेकिन वे हमें भरोसा देने में असफल रहे हैं।' उन्होंने कहा कि समय पर सैलरी भी नहीं मिल पा रही है।

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पायलट को कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर रखा जाता
यह भी बताया कि पायलट को पहले 5 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर कम वेतन पर रखा जाता है। उन्हें विश्वास था कि अनुभव मिलने के बाद उनकी सैलरी बढ़ेगी और प्रमोशन होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नौकरी छोड़ रहे पायलटों को विश्वास है कि उन्हें कहीं और नौकरी मिल जाएगी क्योंकि बाजार अभी खुला हुआ है। इस समय इंडिगो एयर, गो एयर, विस्तारा, एयर एशिया, इंडियन एयरलाइंस जैसी कंपनियां एयरबस 320 का संचालन कर रही हैं।

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परिचालन पर नहीं होगा असर 
सामूहिक इस्तीफे से विमानन कंपनी की सेवा पर असर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी के पास अतिरिक्त पायलट हैं। इस्तीफों की वजह से परिचालन पर असर नहीं होगा। इस समय एयर इंडिया के पास 2000 पायलट हैं, जिसमें से 400 एग्जिक्युटिव हैं।

4500 करोड़ रुपए का बकाया
एयर इंडिया पर तीन तेल कंपनियों का 4500 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है, जिसे हवाई कंपनी ने पिछले कईं महीनों से नहीं चुकाया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया को 90 दिन का क्रेडिट पीरियड मिलता है। 

वेतन के लिए कंपनी को हर महीने चाहिए 300 करोड़ रुपए
हाल ही में एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बताया था कि कंपनी को हर महीने केवल 300 करोड़ रुपए कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए चाहिए। मंत्री समूह में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री पीयूष गोयल और नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी शामिल हैं। 


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jyoti choudhary

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