खिलौनों के बाद अब चाइनीज मीटर और फैन पर अंकुश लगाने की तैयारी में सरकार

punjabkesari.in Saturday, Dec 03, 2022 - 02:38 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः खिलौनों के बाद अब केंद्र सरकार चीनी फैन और स्मार्ट मीटर के इंपोर्ट पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है। सरकार जल्द ही दोनों ही सामान पर क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर जारी कर सकती है। इससे पहले कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने सख्त क्वालिटी कंट्रोल के माध्यम से खिलौनों के इंपोर्ट पर सफलतापूर्वक लगाम लगाई थी। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि हम स्मार्ट मीटर और सीलिंग फैन के लिए क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर लाने पर विचार कर रहे हैं। इससे हमारे अपने इंडस्ट्री और कंज्यूमर्स को बेनिफिट होगा।

फैन और स्मार्ट मीटर का इंपोर्ट

वित्त वर्ष 2022 में भारत का सीलिंग फैन इंपोर्ट 132 फीसदी बढ़कर अनुमानित 6.22 मिलियन डॉलर हो गया। इसमें से चीन से इंपोर्ट 5.99 मिलियन डॉलर का था। वित्त वर्ष 22 के दौरान भारत का स्मार्ट मीटर इंपोर्ट 3.1 मिलियन डॉलर का था, जिसमें से चीन से लगभग 1.32 मिलियन डॉलर का आया हुआ था।

2020 में क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर जारी होने के बाद, पिछले तीन वर्षों में खिलौनों का आयात 70 प्रतिशत गिर गया। वित्त वर्ष 2019 में जहां खिलौनों का इंपोर्ट 371 मिलियन डॉलर था जो वित्त वर्ष 2022 में 110 मिलियन डॉलर रह गया। इसी अवधि के दौरान, चीन से खिलौनों का आयात 80 फीसदी या 59 मिलियन डॉलर गिर गया।

चीन के साथ व्यापार घाटा

चीन के साथ लगातार बढ़ता व्यापार घाटा हमेशा से चिंता का विषय रहा है, जिसकी वजह से भारत को पड़ोसी देश से गैर-जरूरी इंपोर्ट को रोकने के उपाय करने के लिए प्रेरित किया। वित्त वर्ष 2023 की अप्रैल-सितंबर की अवधि के दौरान, चीन को निर्यात 36.2 फीसदी घटकर 7.8 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि आयात 23.6 फीसदी बढ़कर 52.4 बिलियन डॉलर हो गया, जिससे रिकॉर्ड व्यापार घाटा 44.6 बिलियन डॉलर हो गया।

हम नहीं देते क्वालिटी पर ध्यान

इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के अधिकारी भी उन सभी प्रोडक्ट्स के स्टैंडर्ड की जांच कर रहा है जिनमें घरेलू उद्योग की क्षमता है। जहां भी प्रोडक्ट मैनुअल, स्टैंडर्डाइजेशन प्रोसेस और टेस्टिंग लैब उपलब्ध हैं, वहां हम क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक बड़ी कवायद है जिसे हम कर रहे हैं। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि डॉमेस्टिक इंडस्ट्री हमेशा क्वालिटी कंट्रोल का समर्थन नहीं करता है। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से, आज भारत में समस्या यह है कि जिस भी वक्त आप क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर के माध्यम से स्टैंडर्ड स्थापित करना चाहते हैं, डॉमेस्टिक इंडस्ट्री इसका विरोध करता है क्योंकि उन्होंने क्वालिटी पर कभी ध्यान ही नहीं दिया। समस्या यह है कि हम अपनी खुद की तकनीक विकसित नहीं करते हैं।

दो सालों में 20 क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर

महामारी के बाद से, सरकार ने गैर-जरूरी सामान के इंपोर्ट पर अंकुश लगाने और अधिक क्षमता के लिए घरेलू उद्योग को सहायता देने के लिए क्वालिटी कंट्रोल लागू करना शुरू कर दिया। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट ने 2020 से लगभग 20 क्यूसीओ को नोटिफाई किया है। ताज्जुब की बात तो ये है कि साल 2000 से 2019 तक के बीच सिर्फ 18 से 19 क्यूसीओ जारी किए गए थे।

2020 से बीआईएस ने स्टील और आयरन प्रोडक्ट्स, कैमिकल, फर्टीलाइजर्स, पॉलिमर और टेक्स्टाइल, एयर कंडीशनर, प्लग और सॉकेट, डॉमेस्टिक गैस स्टोव, ट्रांसपेरेंट फ्लोट ग्लास, प्रेशर कुकर, केबल, एल्युमिनियम फॉयल, खिलौने, कॉपियर पेपर, कैटल फीड, फुट वियर, हेलमेट, सिलाई मशीन आदि के लिए क्यूसीओ को नोटिफाई। सितंबर में कार्यक्रम में बोलते हुए, कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि देश का सबसे गरीब नागरिक भी अच्छी क्वालिटी के सामान का हकदार है और क्वालिटी के साथ कोई समझौता ना करने के ट्रेडिशन को अपनाना होगा।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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