बाल के बदले मिलते हैं बर्तन!

punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2019 - 04:45 AM (IST)

अभी तक देखा गया है कि महिलाएं पुराने कपड़े पर बर्तन लेती थीं। प्लास्टिक के सामान पर लहसुन, प्याज, आलू खरीदती थीं। महिलाओं के लिए खुशखबरी यह है कि अब महिलाएं अपने बाल को भी कचरे में फैंकने की बजाय उसके बदले में घरेलू बर्तन ले सकती हैं। कल्याण, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर जैसे शहर व गांव में बाल के बदले में बर्तन बेचने वाले लोग घूम रहे हैं। 

कल्याण-पूर्व के चिचपाड़ा के निवासी सोनू विश्वनाथ गायकवाड़ ने बताया कि उनके साथ 5 परिवार रहते हैं, जो महिलाओं के बाल के बदले में बर्तन देने का व्यवसाय करते हैं। यह व्यवसाय पुणे के देउरुड में बड़े पैमाने पर होता है। इस बाल को विदेश भेजा जाता है, जहां पर इससे केसरी-विग बनाया जाता है। विग काफी महंगा बिकता है। सोनू ने बताया कि उसे दोपहर के एक बजे तक कभी पाव, कभी आधा किलो बाल मिल जाता है और कभी एक किलो भी बाल मिल जाते हैं, कभी-कभी बाल नहीं भी मिलता है। वह रोज 600 से 700 रुपए तक कमा लेता है। 

बाल की सुन्दरता व लम्बाई के हिसाब से उसे दाम मिलता है। सफेद बाल को अच्छा रेट नहीं मिलता है। कभी-कभी सफेद बाल को नकार देते हैं। काले बाल को 4 हजार रुपए किलो तो सफेद बाल को 2 हजार रुपए मुश्किल से मिल पाता है। बाल का भाव भी हर महीने घटता-बढ़ता रहता है। सोनू ने बताया कि बाल-बर्तन के इस व्यवसाय में अधिकांश लोग नागपुर, परभणी जिले के लोग हैं। यह व्यवसाय शहरों की बजाय गांवों में अच्छा चलता है। 


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