महाराष्ट्र-चुनावों में ऐसा हो रहा है

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2019 - 01:02 AM (IST)

महाराष्ट्र में हालांकि भाजपा और शिवसेना में चुनावी गठबंधन है परंतु ‘मिल कर भी न मिले हम’ वाली उक्ति को चरितार्थ करते हुए दोनों पार्टियों के नेता प्रचार पोस्टरों में एक साथ नहीं हैं। यहां प्रस्तुत हैं 21 अक्तूबर को होने जा रहे इन चुनावों की चंद दिलचस्प बातें : 

भाजपा और शिवसेना के चुनाव पोस्टरों में गठबंधन की जगह ‘एकला चलो रे’ की झलक दिखाई दे रही है। शिवसेना के पोस्टरों में बाला साहब ठाकरे, पुत्र उद्धव ठाकरे और पोते आदित्य ठाकरे के चित्र दिखाई दे रहे हैं तो भाजपा के पोस्टरों में नरेंद्र मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडऩवीस छाए हुए हैं। यानी दोनों साथी पार्टियों के नेता पोस्टरों में एक साथ नहीं हैं। 

भाजपा और शिवसेना दोनों ने घोषणापत्र एक साथ जारी करने की घोषणा की थी परंतु ऐसा नहीं हुआ और शिवसेना ने अपना अलग घोषणापत्र जारी करने के अलावा अपने एजैंडे के अंतर्गत लोक-लुभावन वायदे भी कर डाले। टिकट बंटवारे के बाद भाजपा के उम्मीदवारों में कई चौंकाने वाले नाम सामने आए जिनमें से एक नाम है राम सातपुते जो एक मजदूर के बेटे हैं। उन्हें भाजपा ने मालशिरस से टिकट दिया है और वह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। चारकोप से कांग्रेस ने कालू बुधेलिया नामक व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है जिनके परिवार वालों द्वारा दूध बेचने का धंधा करने के कारण वह ‘दूध वाला’ कहलाते हैं। बुधेलिया का कहना है कि ‘‘यदि गुजरात का एक चायवाला देश के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है तो एक दूधवाला राज्य विधानसभा में क्यों नहीं पहुंच सकता?’’ 

चुनाव प्रचार में एकाएक विभिन्न धार्मिक ग्रंथों के पात्रों का समावेश हो गया है। जहां कांग्रेस नेता नाना पटोले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस की तुलना रावण से की है, वहीं भाजपा के प्रवक्ता माधव भंडारी के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को रामराज्य की ओर ले जा रहे हैं जबकि कांग्रेस के सभी नेता कुंभकर्ण की भांति सोए हुए हैं।’’ केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने मुम्बई में देवेंद्र फडऩवीस जैसे अनुभवी नेता के सामने राहुल गांधी को अनाड़ी करार देते हुए कहा कि राहुल गांधी तो अपनी ही पार्टी के लिए बोझ बन गए हैं। मानखुर्द शिवाजी नगर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मोहम्मद सिराज शेख के विरुद्ध एक 14 वर्षीय नाबालिग से बलात्कार करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है जिसे शेख के समर्थकों ने विरोधियों की चाल बताया है। 

‘वंचित बहुजन अगाड़ी पार्टी’ के नेता प्रकाश अम्बेदकर ने यवतमाल में अपनी पार्टी के प्रचार अभियान के दौरान भाजपा को लुटेरों की पार्टी करार देते हुए कहा कि ‘‘देश को डाकुओं से बचाओ। भाजपा ने बैंकों को लूट लिया है और सभी लुटेरे गुजरात से हैं।’’ विखरोली से ‘वंचित बहुजन अगाड़ी पार्टी’ के टिकट पर चुनाव लड़ रहा सुधीर मोकले नामक उम्मीदवार अपने चुनावी खर्च के लिए आम लोगों, अपने मित्रों, शुभचिंतकों, पार्टी वर्करों आदि से चंदा मांग कर पैसे जुटा रहा है। उसका कहना है कि उसके पास पैसे की कमी है अत: उसकी मदद की जाए। 

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस अपने राजनीतिक विरोधियों पर कटाक्ष करने के लिए फिल्मी संवादों का सहारा लेने का कोई मौका भी हाथ से नहीं जाने देते। हाल ही में शोलापुर में एक चुनावी सभा में उन्होंने राकांपा और कांग्रेस के नेताओं की तुलना शोले फिल्म के अंग्रेजों के जमाने के सनकी जेलर से की जो अपने मातहतों को यह उल्टा-पुल्टा आदेश देता है, ‘‘आधे इधर जाओ, आधे उधर जाओ और जो बचें वे मेरे पीछे चले आओ।’’ 

13 अक्तूबर को महाराष्ट्र के बुलडाना जिले में भाजपा की प्रमोशनल टी-शर्ट पहने हुए एक किसान ने आत्महत्या कर ली। इस घटना से महाराष्ट्र की देवेंद्र फडऩवीस सरकार के लिए परेशानी पैदा होने की संभावना है। अभी तक महाराष्ट्र के चुनावों में कुछ इस तरह के नजारे नजर आए। अब देखना यह भी है कि 21 अक्तूबर को मतदान के बाद 24 अक्तूबर को  चुनाव परिणामों में कैसे नजारे देखने को मिलते हैं।—विजय कुमार 


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