गायब होते ‘कौवों’ को बचाएं
punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2020 - 03:20 AM (IST)
मेरे पसंदीदा विषयों में से एक पर वापस आते हैं कौवे। वे धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं इसलिए कृपया उन्हें बचाएं। उन्हें छिलके वाली मूंगफली, चावल, फल दीजिए। इसे जमीन पर न रखें। वे ट्रे, खुले फीडर, टेबल पसंद करते हैं। उन्हें घूरें मत क्योंकि तब वे भोजन नहीं लेंगे। बस इसे छोड़ दें और धीरे-धीरे पीछे हट जाएं, जैसे-जैसे वे आप पर भरोसा करना शुरू करेंगे, आप लगभग 8 फीट की दूरी पर घूमना शुरू कर सकते हैं और फिर अधिक नजदीक आ सकते हैं। यदि आप उन्हें खिलाते हैं तो कभी-कभी वे उपहार भी छोड़ देते हैं। इसलिए यदि आप चमकदार वस्तुओं और अजीब तरह की छड़ों को पसंद करते हैं तो उन्हें खिलाते रहें। कौवों को खाना खिलाने वाले गैबी मान नामक एक युवा व्यक्ति ने यू-ट्यूब पर कौवे द्वारा उसके लिए लाई गई चीजों को दिखाया है : द बिटर स्वीट लाइफ : कानों की बालियां, पेपर क्लिप, नट और बोल्ट और एक छोटा-सा लाइट बल्ब।
मजेदार खेल खेलते हैं
वे सबसे मजेदार खेल खेलते हैं। सिर्फ टैग नहीं, लाठियों से रस्साकशी और छुपा-छुपी। उदाहरण के लिए, वे एक तार पर बैठेंगे और अचानक उनमें से एक जब तक वह नीचे नहीं गिरता और जमीन पर नहीं पहुंचता, तब तक वह उल्टा लटका रहेगा। फिर वह ऊपर जाकर दोबारा वही काम करेगा। बस दिखावा करना। युवा कौवे एक-दूसरे को धक्का देते हैं, वे एक-दूसरे पर बर्फ फैंकते हैं, दूसरे के पीछे छिपते हैं और उन्हें असंतुलित करते हैं। वे शाखाओं से खुशी-खुशी लटकते हैं, हवाई युद्धाभ्यास करते हैं। वैज्ञानिकों ने 7 प्रकार के कृत्यों को पाया है :
वस्तुओं के साथ खेलना (बिना किसी कारण के चीजों को इधर-उधर करना)
वस्तुओं को उछाल कर पकडऩा (खाद्य न होने वाली वस्तुओं को छिपाना)
उड़ान के खेल (हवाई कलाबाजी)
पानी में खेलना (स्वच्छ होने की आवश्यकता से अधिक पानी में गतिविधियां करना)
ऊपर से नीचे फिसलना (स्नोबोॄडग, फिसलना, शरीर को फिसलाना)
लटकना (शाखाओं से लटकना लेकिन भोजन प्राप्त करने के लिए नहीं)
बातें करना (आप जानते हैं कि बच्चे उस दौर से कैसे गुजरते हैं जब वे खुद से बहुत बात करते हैं? उसका कौवा संस्करण।)
कौवों पर नजर रखने वाले अपने अनुभवों के बारे में ये लिखते हैं :
‘‘मैंने 10 मिनट तक एक कौवे को एक पत्ते के साथ खेलते हुए देखा, वह एक बिजली की लाइन पर बैठता, उसे अपने पैरों के बीच हिलाता, फिर उसे जमीन पर गिरा देता, नीचे की ओर उड़ान भरता, उसे उठाता और फिर इस क्रिया को दोहराता। मैंने उन्हें चीड़ की टहनियों के साथ एक-दूसरे पर प्रहार करते हुए भी देखा है (चोंच या पैर से वापस खींचना, तब तक प्रतीक्षा करना जब तक कि भाई-बंधु नहीं देख रहा हो और जाने दें)।’’
‘‘मैंने अपने घर के बगल में रेस्तरां की पार्किंग में कुछ युवा कौवों को देखा। एक दिन, कागज या रद्दी से बनी हुई एक गेंद थी और मैं आश्चर्यचकित थी कि ये मजेदार प्यार करने वाले कौवे पार्किंग स्थल में इसे आगे-पीछे करने लगे- मानो फुटबाल खेल रहे हों।’’ कौवे एक चिडिय़ा के पीछे की ओर उसकी पूंछ को काटने, उसे डराने और उसे कुदाने के लिए चुपके से पीछे से पास आ रहे थे। यह वास्तव में एक खेल की तरह लग रहा था।’’‘‘मैंने उन्हें एक स्टोर के अंदर से चिप्स के बैग ‘चोरी’ करते, निकलते हुए, बैग खोलते हुए और उन्हें पेशेवरों की तरह खाते हुए देखा!’’
समूहों में रहते हैं ये पक्षी
दुनिया भर में कौवे की 40 प्रजातियां हैं। ज्यादातर समूहों में रहते हैं। अन्य लोग अकेले रहते हैं, लेकिन वे समूहों में भोजन खोजते हैं। जब एक कौवा मर जाता है, तो समूह मृतक को घेर लेगा। यह अंतिम संस्कार केवल मृतक के लिए शोक करने हेतु नहीं है, बल्कि यह देखने के लिए भी है कि उनका सदस्य कैसे मरा। वे एक साथ मिलते हैं और भक्षकों का पीछा करते हैं, जिस व्यवहार को मॉबिंग कहा जाता है। वे जहां पैदा होते हैं, उसके करीब रहते हैं और बच्चों को पालने और बचाने में मदद करते हैं।
भविष्य की घटनाओं की योजना भी बनाते हैं
यह साबित करता है कि वे केवल उन क्षमताओं का ही उपयोग नहीं करते हैं जो स्वाभाविक रूप से विकसित हुई हैं, लेकिन लचीले ढंग से और समझदारी से नए समाधान भी लागू कर सकते हैं। कौवे न केवल भविष्य की घटनाओं के लिए योजना बनाते हैं, बल्कि अन्य कौवे की सोच को भी ध्यान में रखते हैं। कौवा फिर एक नया गुप्त स्थान खोजने के लिए उड़ जाता है। यदि कोई कौवा दूसरे कौवे को अपना सामान छिपाते हुए देखता है, तो वह इस छोटे से खेल के बारे में जानता है और बेवकूफ नहीं बनेगा। इसके बजाय, वह पहले कौवे का पीछा करेगा और उसके छिपाने के नए स्थान की खोज करेगा। कौवे केवल यह देखने के लिए चीजों को छिपाने का दिखावा करते हैं कि कौन उनका पीछा कर रहे हैं ताकि वे जान सकें कि वास्तव में भोजन छुपाने के बाद किसके द्वारा उनके भंडार की चोरी किए जाने की संभावना सबसे अधिक है। कौवा स्मृति का एक और मामला चैथम, ओंटारियो का है। लगभग आधा मिलियन कौवे अपने प्रवास के मार्ग पर चैथम में रुकते थे। शहर के मेयर ने उनके मल की वजह से कौवों के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और लोगों ने उन्हें गोली मारना शुरू कर दिया। तब से, कौवों ने चैथम को दरकिनार कर दिया और गोली लगने से बचने के लिए काफी ऊंची उड़ान भरने लगे। हालांकि, यह प्रतिक्रिया उन्हें पूरे नगर में अपना मल गिराने से नहीं रोक सकी।-मेनका गांधी
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