पाकिस्तानी सेना चीनी सैनिकों को सिखा रही भारत से युद्ध के गुर

punjabkesari.in Saturday, Oct 09, 2021 - 05:33 AM (IST)

 भारत को घेरने के लिए उसके दो दुश्मन देश अब एक साथ रणनीति बनाने में जुट गए हैं। चीन और पाकिस्तान किसी भी तरह भारत को चैन से नहीं बैठने देना चाहते। पहले चीन ने भारत को घेरने के लिए अपनी बी.आर.आई. परियोजना के तहत भारत के पड़ोसी देशों में अरबों डालर का निवेश कर उनमें से कुछ देशों को अपने पाले में कर लिया, वहीं पाकिस्तान, जिसने भारत से चार-चार युद्धों की शुरूआत की लेकिन चारों में उसकी बुरी हार हुई फिर भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आने की बजाय भारत के दुश्मनों के साथ मिलकर रोज नई साजिशें रचने में जुटा हुआ है।

आजकल पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर भारत के खिलाफ युद्ध की साजिश करने में जुटा हुआ है, पाकिस्तानी सेना के अधिकारी चीनी सैनिकों को भारत के साथ युद्ध की रणनीति सिखाने में जुटे हैं और उन्हें महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहे हैं। चीन की खैरात पर पलने वाला पाकिस्तान इन दिनों चीन के साथ मिलकर भारत की पूर्वी सीमा पर भारत के विरुद्ध रणनीति बना रहा है।

जानकारों के अनुसार चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की पाकिस्तानी सेना के साथ खुफिया जानकारी को सांझा करने पर सहमति बन गई है और इन दिनों पाकिस्तान के आला सैन्याधिकारी भारत की पूर्वी सीमा पर चीनी सैन्य अधिकारियों के साथ उनके कैम्पों में बैठकें कर रहे हैं। चीन की सेना के पश्चिमी थिएटर कमांड और दक्षिणी थिएटर कमांड में पाकिस्तानी सेना की तैनाती की बहुत पुख्ता जानकारी मिली है। पश्चिमी थिएटर कमांड को शिनच्यांग और तिब्बत स्वायत्त प्रांत से लगने वाली भारतीय सीमा की जिम्मेदारी दी गई है वहीं दक्षिणी थिएटर कमांड को हांगकांग, मकाऊ और दूसरे समानांतर क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। 

वर्ष 2016 में पाकिस्तान के अखबार डॉन में छपी  खबर के अनुसार पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के लिए अपनी सेना का एक विशेष डिवीजन बनाया था जिसमें 9000 सैनिकों के साथ 6000 सैन्य अधिकारियों की तैनाती की थी, पाकिस्तान के जो सैन्य अधिकारी चीनियों की मदद कर रहे हैं वे इसी डिवीजन से जुड़े हुए हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना के कर्नल रैंक के अधिकारियों को चीन के सैंट्रल थिएटर कमांड में चीनी सेना की तरफ से भारत के खिलाफ तैनात किया गया है। चीनी सेना ने पाकिस्तानी सेना को इसलिए अपने कैम्पों में बुलाया है क्योंकि पाकिस्तान ने शुरू से ही भारत के खिलाफ युद्ध किया है और कई बार रणनीति बनाई है। 

यही वजह है कि चीनी सेना ने पाकिस्तान की सेना के कर्नल रैंक के अफसरों को अपने कैम्पों में चीनी सैनिकों को भारत के खिलाफ रणनीति बनाने और कैसे युद्ध करना है ये सिखाने के लिए बुलाया है। चीन की पी.एल.ए. की पश्चिमी और दक्षिणी थिएटर कमांड को चीन के दक्षिण-पश्चिमी इस्लामी आतंक से प्रभावित मुस्लिम बहुल प्रांत शिनच्यांग और भारत से लगने वाली सीमा की जिम्मेदारी सौंपी है लेकिन पिछले वर्ष जून के महीने में गलवान घाटी में मुंह की खाने के बाद चीनी सेना ने सैन्य नेतृत्व से लेकर सैनिकों के प्रशिक्षण के स्तर पर बहुत परिवर्तन किए हैं, चीनी सेना में इसी परिवर्तन के मद्देनजर पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों को बुलाया गया है जिससे भारत से निपटने को लेकर पाकिस्तानी सेना के कर्नल रैंक के अधिकारी चीनी सेना को कुछ प्रशिक्षण और महत्वपूर्ण जानकारियां दे सकें। 

पिछले वर्ष शी जिनपिंग ने चीनी पी.एल.ए. सेना के पश्चिमी कमांड में वांग  ख़े च्यांग नाम के नए शीर्ष अधिकारी की नियुक्ति की है, इन्हें इस्लामी उपद्रवग्रस्त राज्य शिनच्यांग में काम करने के साथ-साथ शिनच्यांग में मुस्लिमों के खिलाफ सुधार कैम्प चलाने का बहुत अनुभव है। इनकी मदद के लिए पाकिस्तान के सैन्याधिकारी भी चीन की लद्दाख सीमा में पहुंच चुके हैं। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना के ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमैंट ऑफ द सैंट्रल कमिशन में तैनात कर्नल रैंक के 10-15 सैन्य अधिकारियों को चीन की राजधानी बीजिंग भेजा गया है जबकि पहले से ही वहां पर पाकिस्तानी डिफैंस अचाशे कार्यरत हैं, क्योंकि यह वही विभाग है जिसके पास भारत के खिलाफ रणनीति बनाने का काम होता है। 

ये सभी सैन्य अधिकारी बीजिंग के पाकिस्तानी दूतावास में तैनात हैं। ये अधिकारी चीन में पहले से ही मौजूद पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों की मदद करेंगे, चीन में मौजूद कुछ पाकिस्तानी कर्नल रैंक के अधिकारियों को डिफैंस सप्लाई कोर से जुड़े काम में लगाया गया है, ये सारी बातें इस बात की पुष्टि करती हैं कि चीन और पाकिस्तान में भारत के खिलाफ किस हद तक सैन्य सहयोग चल रहा है। 


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