नई शिक्षा नीति 2020 : शिक्षकों के लिए ‘परामर्श मिशन’ का महत्व

punjabkesari.in Wednesday, Jan 19, 2022 - 04:46 AM (IST)

शिक्षा किसी भी देश के मानव विकास का आधार है। किसी भी स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान से संबंधित कोई भी नीति बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण पहलू पर ध्यान देना चाहिए। इसी नीति पर भारत में आधारित ‘एन.ई.पी.’ 2020 मैंटरशिप की ओर ध्यान केंद्रित करती है। ‘एन.ई.पी.’ 2020 का उद्देश्य ‘भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति’ बनाना है। एक अनुभवी, प्रतिष्ठित और सेवा नेतृत्व मैंटर के द्वारा ही यह संभव होगा। 

इसके अतिरिक्त यह इस पर भी बात करता है कि मैंटर के पास छात्रों से स पर्क करने के लिए क्षमता व प्रशिक्षण होगा, जो न सिर्फ शिक्षक, बल्कि एक मैंटर व मार्गदर्शक के रूप में छात्रों से संपर्क करेंगे। सलाह के लिए इस राष्ट्रीय मिशन का जनादेश (कुछ उत्कृष्ट वरिष्ठ मैंटरों के एक बड़े ग्रुप के साथ) विद्यालयों/ विश्वविद्यालयों के शिक्षक होंगे, जो ल बी व छोटी अवधि के लिए मैंटरशिप उपलब्ध करने के इच्छुक हों। 

सामान्य आदमी की जिंदगी में अक्सर कोचिंग, मॉडलिंग व मैंटरिंग का इस्तेमाल इसी तरह किया जाता है। वे अपने अर्थों में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कोई भी इनमें शामिल अर्थों को नजरअंदाज नहीं कर सकता। इनमें से एक, अनुशासन के रूप में सलाह देने की मांग है, जो गतिशील दृष्टिकोण की मांग करता है। इसके अलावा, एक प्रक्रिया के रूप में परामर्श को अक्सर व्यापार और कॉर्पोरेट जगत में उजागर किया गया है।

शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां शिक्षकों के लिए इसके बहुत सारे फायदे हैं। इस प्रकार मैंटरिंग को ओरिएंटेशन और इंडक्शन प्रोग्राम तक सीमित नहीं किया जा सकता। ऐसे समय में, जब सीखने के संदर्भ में गतिशील परिवर्तन देखे जा रहे हैं, जिसमें शैक्षिक सुधारों की भी आवश्यकता है, चीजों से निपटने के लिए परामर्श महत्वपूर्ण हो जाता है। अनुभवी शिक्षकों द्वारा परामर्श के साथ-साथ शिक्षक अपने ज्ञान से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। पेशेवर यात्रा में किसी व्यक्ति का मार्गदर्शन करने के लिए किसी अनुभवी व्यक्ति का होना किसी भी करियर के विकास में उपयोगी हो सकता है। शिक्षा की पूरी यात्रा को केवल कक्षा तक सीमित नहीं किया जा सकता।

दुनिया गवाह है कि कैसे महामारी के समय में शिक्षक समुदाय ने ऑनलाइन शिक्षा के संदर्भ में एक अलग दृष्टिकोण अपना कर नए उदाहरण प्रस्तुत किए। ऐसे माहौल में शैक्षिक प्रयास शिक्षकों की ओर से छात्रों और युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए एक उत्साह की मांग करता है। इस माहौल में शिक्षकों के लिए प्रोत्साहन और मार्गदर्शन के लिए सलाह बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। 

इसके अलावा कई शोध, अध्ययन और कार्य हैं, जो परामर्श के लाभों की ओर इशारा करते हैं। सहयोगियों का उपयोग करके राष्ट्रीय परामर्श मिशन के विकास के लिए एक सही दृष्टिकोण एक दूसरे से तुलना करके अतिरिक्त ज्ञान संसाधनों का एक पुल बना सकता है, जो भविष्य की शिक्षा और शिक्षा से संबंधित चुनौतियों के लिए रणनीतिक इनपुट के रूप में उपयोगी हो सकता है। यह पदों के अनुसार विभाजन में कटौती करने वाले हितधारकों के लिए परामर्श का एक नया पुल भी स्थापित करेगा।

शासन और शक्ति के एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में तकनीक के उदय के साथ हर क्षेत्र में कई अवसर में चुनौतियां हैं। हम अक्सर स्मार्ट कक्षाओं के बारे में सुनते हैं और ऐसे अकादमिक शोध होते हैं, जो बेहतर सीखने के लिए स्मार्ट संस्कृतियों की जरूरत बताते हैं। इसके अलावा तकनीकी विकास और वैश्वीकरण ने वैश्विक ज्ञान अर्थव्यवस्था का उदय किया है। शिक्षकों के लिए परामर्श बेहतर कौशल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक दिलचस्प मामला बना देगा। 

शिक्षकों की सलाह को देश और दुनिया के समग्र विकास के विचार के साथ देखा जाना चाहिए। हम सभी जानते हैं कि विश्वभर में भारत सॉ ट पावर का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। अपने मानव संसाधन, शिक्षा, सांस्कृतिक विविधता महान और ऐतिहासिक और स यता के गुणों आदि के कारण इस विकासात्मक जनादेश को आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय और वैश्विक क्षेत्रों में बदलते संदर्भों को देखते हुए वरिष्ठ और प्रतिभाशाली लोगों द्वारा सलाह देना, आगे बढऩे के लिए आवश्यक सही दृष्टिकोण की समझ के संदर्भ में उपयोगी हो सकता है।-डॉ.आमना मिर्जा
 


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