श्री गुरु तेग बहादुर साहिब को समर्पित आयोजन के लिए मोदी सरकार गंभीर

punjabkesari.in Friday, Apr 15, 2022 - 05:33 AM (IST)

सिखों के 9वें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व का समापन समारोह केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से लाल किले पर आयोजित किया जा रहा है। 20-21 अप्रैल को होने जा रहे इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह भाग लेंगे। साथ ही देश और दुनिया की दिग्गज हस्तियां भी शिरकत करेंगी। ऐतिहासिक लाल किला श्री गुरु तेग बहादुर साहिब से जुड़ा खास स्थान है। लाल किले से ही तत्कालीन मुगल बादशाह औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर साहिब को शहीद करने का फैसला सुनाया था। लाल किले से महज 500 मीटर दूर श्री गुरुद्वारा सीसगंज साहिब गुरु तेग बहादुर साहिब का शहीदी स्थान है। 

गुरु तेग बहादुर साहिब के जन्म की चौथी शताब्दी मनाने के लिए सरकार द्वारा गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से कार्यक्रम में बाकायदा सहयोग मांगा गया है। कार्यक्रम के दौरान एक दिन 400 स्कूली बच्चे एक साथ कीर्तन करेंगे। दूसरे दिन 400 कीर्तनी एक साथ कीर्तन करेंगे। इसके अलावा गुरु तेग बहादुर साहिब की स्मृति में सरकार के द्वारा एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी की जाएगी। 

बता दें कि इससे पहले भी करतारपुर साहब कॉरिडोर को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बड़ा आयोजन किया गया था। अब इस आयोजन के साथ मोदी सरकार इस कोशिश में हैं कि पंजाब चुनाव हारने के बाद भी सिख मसलों पर सरकार का समर्थन सिखों के साथ ही है। अभी तक अकाली दल को सिखों की पार्टी के रूप में माना जाता है, लेकिन वर्तमान हालात और अकाली दल के खराब दौर के चलते भाजपा खाली गैप को भरने की कोशिश कर रही है। 

घर-घर सिखी की लहर चलाएगी गुरुद्वारा कमेटी : दिल्ली सिख  गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी घर-घर सिखी की लहर चलाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत कमेटी की टीम समूह संगत के साथ मिल कर नई पीढ़ी के बच्चों को सिख विरासत एवं इतिहास से परिचित करवाएगी। इसके लिए हर इलाके में जाकर अमृत संचार मुहिम भी चलाई जाएगी। इसके लिए सिंह सभाओं का सहयोग लिया जाएगा। गुरु साहिब के इतिहास के बारे में तैयार होने वाली फिल्में अंग्रेजी, स्पैनिश, फ्रैंच सहित कई भाषाओं में तैयार की जाएंगी। 

सिख बच्चे अब सिखी एवं गुरुओं पर कर सकेंगे रिसर्च : भारतीय संसद से सटे श्री गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब परिसर में अंतर्राष्ट्रीय सिख अध्ययन केन्द्र शुरू हो गया है, जो कई मामलों में अद्भुत है। इस केंद्र से अब सिख विद्यार्थी सिख धर्म, श्री गुरु ग्रंथ साहिब और गुरुओं के बारे में अध्ययन (रिसर्च) कर सकेंगे। इस केंद्र के जरिए धर्म प्रचार, कीर्तन, सिख इतिहास एवं पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने में भी मदद मिल सकेगी। 

भविष्य में इस अंतर्राष्ट्रीय सिख अध्ययन केंद्र का किसी विश्वविद्यालय से गठजोड़ किया जाएगा, ताकि हर वर्ष कुछ बच्चों को स्कालरशिप दी जा सके। यह केंद्र उन बच्चों के लिए बहुत कारगर साबित होगा, जो श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर रिसर्च करना चाहते हैं। इसी सैंटर में श्री गुरु तेग बहादुर होलोग्राफिक ऑडिटोरियम भी बनाया गया है। यहां प्रतिदिन 5 से 6 बजे तक शो चलाया जाएगा। इसमें लघु फिल्मों के माध्यम से खासतौर पर बच्चों और युवा पीढ़ी को सिख गुरु-इतिहास से परिचित करवाया जाएगा। 

अकाली दल में होने लगी घर वापसी : शिरोमणि अकाली दल (बादल) को छोड़ कर अलग पार्टी बनाने वाले दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कई सदस्यों की अकाली दल में घर वापसी होने लगी है। कुछ सदस्य तो वापस चले गए हैं, जिनमें रंजीत कौर और सुखविंदर सिंह बब्बर शामिल हैं। कई और सदस्यों के आने की संभावना है। बताते हैं कि अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पिछले दिनों बीबी रंजीत कौर के घर आए थे और उस समय बब्बर भी साथ मौजूद थे। रंजीत कौर अकाली दल के टिकट पर ही कमेटी सदस्य बनी थीं। उस वक्त वह अकाली दल की महिला विंग की अध्यक्ष भी थीं, लेकिन बाद में पार्टी का साथ छोड़ दिया। 

रंजीत कौर कहती हैं कि कौम और पंथ की सेवा के लिए जो शहीदों की जत्थेबंदियों वाली पार्टी है, वह उसके साथ हैं। इसके अलावा शिरोमणि कमेटी के कोटे से दिल्ली कमेटी सदस्य हरजिंदर सिंह धामी भी अकाली दल के साथ हैं, जिस वजह से मौजूदा कमेटी से 3 सदस्यों का समर्थन कम हो गया है।-दिल्ली की सिख सियासत सुनील पांडेय


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