71 की जंग में पाक से छीनी जीप ‘वार ट्रॉफी’ बन बढ़ा रही शोभा

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2019 - 01:27 AM (IST)

लेह से 40 किलोमीटर दूर तीन ग्रेनेडियर रैजीमैंट के शिविर में एक पाकिस्तानी सैन्य जीप शान से हमारी शोभा बढ़ा रही है। यह वह जीप है जो भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान से छीनी थी। इसे ‘जरपाल क्वीन’ के नाम से जाना जाता है। अमरीका निर्मित इस विलीज जीप पर उर्दू में कुछ लिखा हुआ है। किसी समय इस जीप पर रिकॉयलेस गन फिट थी। रैजीमैंट इस जीप को विजेता ट्रॉफी मानते हुए इसकी चमक को बरकरार रखने के लिए तत्पर है। 

1982 में थ्री ग्रेनेडियर रैजीमैंट में शामिल सेना मैडल से सम्मानित कर्नल (सेवानिवृत्त) जे.एस. ढिल्लों ने बताया कि हमने इसे जरपाल युद्ध के दौरान कब्जे में लिया था। पाकिस्तानी सेना ने 1971 के युद्ध में जरपाल क्षेत्र में शकरगढ़ सीमा पर भारत पर हमले के लिए इसे तैनात किया था। इस युद्ध में भारत को दो परम वीर चक्र हासिल हुए थे। परमवीर चक्र प्राप्त करने वालों में ग्रेनेडियर रैजीमैंट से कर्नल होशियार सिंह और आम्र्ड रैजीमैंट से सैकेंड लैफ्टिनैंट अरुण खेत्रपाल शामिल थे।

फिरोजपुर में कराया था रजिस्ट्रेशन
वर्तमान में पर्यटन मंत्रालय के तहत गुलमर्ग के इंडियन इंस्टीच्यूट आफ स्कीइंग एंड माऊंटेनियरिंग के प्रमुख कर्नल ढिल्लों बताते हैं कि 1988 में जब रैजीमैंट पंजाब के फिरोजपुर में थी तो सड़क पर गाड़ी चलाने के लिए जीप को पंजाब परिवहन विभाग के पास पंजीकृत किया गया था। इसे विशिष्ट मेहमानों को दिखाया जाता है और वरिष्ठ अधिकारियों को गार्ड ऑफ ऑनर देने के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। रैजीमैंट जहां भी तैनात की गई, जीप वहां ले जाई गई। इनमें कुपवाड़ा,जयपुर, शिमला, फिरोजपुर, मेरठ जैसे शहरों की लंबी सूची है। जहां तक मैं याद कर सकता हूं रैजीमैंट के इथोपिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन को छोड़कर जीप रैजीमैंट के साथ हर जगह गई। 


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