संघर्ष से सेवा तक : भाजपा के 42 वर्ष

punjabkesari.in Wednesday, Apr 06, 2022 - 05:52 AM (IST)

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है, जो आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। पार्टी को यहां तक पहुंचने में बहुत लंबा वक्त लगा है। कई तरह की मुश्किलों और बाधाओं को पार करके भाजपा इस मुकाम तक पहुंची है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और निखरी और घर-घर तक पहुंची है। व्यावहारिक रूप में भाजपा की नींव भले ही 6 अप्रैल, 1980 को रखी गई थी, लेकिन सैद्धांतिक तौर पर इसकी शुरूआत साल 1951 में जनसंघ की स्थापना के साथ ही गई थी। इसी नींव पर बाद में भाजपा विकसित हुई और आखिरकार 2014 के बाद से देश में प्रमुख राजनीतिक ताकत बन गई। 

भाजपा की स्थापना के कुछ प्रमुख मुद्दे थे- स्वदेशी को बढ़ावा देना, गोरक्षा सुनिश्चित करना, सत्ता का विकेंद्रीकरण, पाकिस्तान पर एक मजबूत नीति, कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाना, भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना आदि, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा था नीतिगत निर्णय लेने के पश्चिमी ढांचे के साथ बंधे रहने की सोच को खत्म करना। 1951 में जनसंघ का त्रिआयामी दृष्टिकोण-उत्पादन में वृद्धि, वितरण में समानता और उपभोग में संयम, आज भी उतना ही मान्य है जितना कि तब था। 

30 दिसम्बर, 1980 को मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में भाजपा की नींव रखते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था, अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा। पिछले 42 साल भारत से अंधेरे को दूर करने और कमल खिलाने की यात्रा है। स्थापना के बाद पहले आम चुनाव में भाजपा को केवल 2 सीटों पर विजय मिली। ऐसी खराब शुरूआत के बाद भी भाजपा के हौसले नहीं डिगे क्योंकि यह विचारधारा और संगठन के आधार पर चलने वाली पार्टी थी और है। चुनाव दर चुनाव जन संघ का वोट प्रतिशत और सीटें बढ़ती चली गईं। 

1951 में मात्र 11 लोगों के साथ जनसंघ के रूप में शुरू हुई भाजपा आज 18 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। जब अगस्त 2014 में अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, तब भाजपा की सदस्य संख्या 3.5 करोड़ थी लेकिन उनके नेतृत्व में एक साल में ही यह संख्या 11 करोड़ को पार कर गई। कोरोना काल में जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में भाजपा ने ‘सेवा ही संगठन’ का मंत्र जमीन पर उतारा, जिसकी पूरी दुनिया में सराहना हुई। भाजपा ने हमेशा देश को सबसे ऊपर रखा है, भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना देखा है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

कई सरकारें 50 सालों में एक-दो कार्य ऐसे करती हैं जो ऐतिहासिक होते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने साढ़े 7 सालों में ऐसे 50 काम किए हैं। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा अयोध्या में राम मंदिर और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने का वादा पूरा कर चुकी है। ट्रिपल तलाक से मुस्लिम महिलाओं को आजादी मिल चुकी है। आतंकवाद पर सॢजकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक हुआ है। आज दुनिया हर मुद्दे पर भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। आयुष्मान भारत के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों अर्थात 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक की हैल्थ सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई हैं। 

किसानों को उनकी फसलों पर लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य दिया गया है और हर साल देश के लगभग 10 करोड़ से अधिक किसानों को 6,000 रुपए की आॢथक सहायता दी जा रही है। गरीब कल्याण योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त आवश्यक राशन पिछले 2 वर्ष से अधिक समय से उपलब्ध कराया जा रहा है। मोदी सरकार की लोक-कल्याण नीतियों, खासकर जन-धन योजना, जन-सुरक्षा योजना, फसल बीमा योजना, मुद्रा योजना, स्वास्थ्य बीमा, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, स्वच्छता अभियान ‘शौचालय निर्माण’, पंडित दीनदयाल ग्राम विद्युतीकरण योजना सहित ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को विकास की दौड़ में पीछे छूट गए समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया गया, ताकि देश के गरीब से गरीब व्यक्ति भी इन योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के देश के विकास एवं गरीब-कल्याण सपनों और सिद्धांतों को तथा ‘ए पार्टी ऑफ ऑल इंडियन’ और ‘ए पार्टी विद ऑल इंडिया’ के विजन को साकार करने की उपलब्धि हासिल की है।(लेखक भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख, राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं बिहार विधान परिषद् के सदस्य हैं)-डॉ. संजय मयूख


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