विदेशी चमक को भुनाती जालसाजी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 05:19 AM (IST)

बीते दिनों चंडीगढ़ शहर का एक ठगी प्रकरण खासा सुॢखयों में रहा। प्राप्त जानकारी अनुसार, खुद को एन.आर.आई. बताकर, विवाह के माध्यम से लाखों रुपए ठगने वाले गिरोह के मुख्यारोपी को अन्य 4 सदस्यों सहित पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार, मैट्रीमोनियल साइट पर हुई मुलाकात के दौरान जालंधर निवासी जगजीत सिंह ने स्वयं को अमरीका का नागरिक बताया। गत 3 जून को सम्पन्न हुए विवाह में वधू पक्ष द्वारा 20 लाख रुपए खर्च किए गए।

विवाहोपरान्त दूल्हे ने वीजा आवेदन हेतु 75 लाख रुपए की मांग रखी तथा ऐसा न होने की स्थिति में वैवाहिक बंधन तोडऩे की धमकी भी दे डाली। जांच में सामने आया कि मुख्यारोपी जगजीत सिंह अमरीका निवासी न होकर, बतौर सह-भागीदार ट्रैवल एजैंट का कार्य करता है। यह भी पता चला कि हालिया विवाह से पूर्व भी वह 4 बार विवाह कर चुका है। न केवल वह एक बच्ची का पिता है, बल्कि विभिन्न मामलों में अनेक बार जेल की हवा भी खा चुका है। गंभीरतापूर्वक विचारा जाए तो इसमें बेटी का संबंध स्थापित करने से पूर्व अभिभावकों द्वारा वर पक्ष की संतोषजनक जांच-पड़ताल न करना भी स्पष्ट तौर पर खटकता है।

संभवत: अमरीका जाने का उल्लास कर्तव्य परिपूर्णता पर हावी हो गया हो अथवा जांच मात्र औपचारिकता पर ही सिमट कर रह गई हो। दरअसल, विगत कुछ वर्षों से अनिवासी भारतीय अथवा विदेशी को दूल्हे/दुल्हन के रूप में अधिमान देना गौरव का विषय बनने लगा है। विशेषकर पंजाब इस संदर्भ में अग्रणी प्रांत है। विदेशी चकाचौंध तथा बेतहाशा पैसा कमाने की धुन युवाओं के सिर चढ़ कर बोलने लगी है। इसी लालसा को भुनाते हुए कबूतरबाजों ने लाखों के वारे-न्यारे किए। किसी भी कीमत पर विदेश में बसने की इच्छा एक जुनून बन गई है।

विदेश में बसने का यह जुनून अब एक विदेशी नागरिकता प्राप्तकर्ता के साथ शादी रचाने के अपने परिवर्तित रूप सहित अपनी पकड़ जमाने लगा है। कहना गलत न होगा, पंजाबी बड़े पैमाने पर अपतटीय विवाह के इस मार्ग को ‘विदेश में प्रवास करने के लिए पासपोर्ट’ मानने लगे हैं। अधिकतर मामलों में जहां युवाओं की चाहत शामिल होती है, वहीं अनेक मामलों में अभिभावकों द्वारा सपरिवार विदेशी धरती पर पांव जमाने की दबी-घुटी मंशा भी सामने आती है। हद तो तब होती है। वर्तमान में ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे, जहां विदेशी नागरिकता के मोह में बच्चों की शादी उनसे दोगुनी अथवा आधे से कम उम्र के व्यक्ति  से कर दी गई।

पंजाब के फतेहगढ़ क्षेत्र का मामला ही लें, जिसमें एक 20 वर्षीय नवयुवती की शादी 53 वर्षीय तलाकशुदा जर्मन नागरिक से करा दी गई। भौतिकतावादी आधार पर जोड़े गए इन बेमेल वैवाहिक संबंधों का दूरगामी परिणाम अक्सर प्रताडऩा, अवसाद अथवा आत्मघाती रूप में सामने आता है। राष्ट्रीय महिला आयोग तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अनुसार, एन.आर.आई. पतियों द्वारा परित्यक्त 30,000 महिलाओं में से 15,000 से अधिक पंजाब के दोआबा क्षेत्र से संबद्घ हैं। अकेले पंजाब में एन.आर.आई. पतियों के विरुद्ध हजारों कानूनी मामले लंबित हैं।

शादी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में युवतियां भी पीछे नहीं। इस संदर्भ में ‘कांट्रैक्ट मैरिज’ के नाम पर लुट रहे पंजाबी युवाओं की संख्या निश्चित तौर पर सर्वाधिक आंकी जाएगी। बेटों को विदेश में सैटल करने के इच्छुक परिवार, बहू के रूप में आईलैट्स क्लीयर करने वाली लड़की की पढ़ाई से लेकर विदेश भेजने तक का खर्चा वहन करने हेतु सहर्ष तैयार हो जाते हैं। सपनों का महल तो तब भरभरा कर गिरता है, जब मालूम पड़ता है कि लड़की ने विदेश जाने के पश्चात पति को पहचानने तक से इंकार कर दिया।

लगभग 3 वर्ष पूर्व, 25 लाख रुपए खर्च करने के पश्चात ऐसी ही ‘कांट्रैक्ट धोखाधड़ी’ के शिकार हुए बरनाला के गांव कोठे गोबिंदपुरा निवासी लवप्रीत सिंह ने अवसादग्रस्त होकर आत्महत्या कर ली थी। ऐसे अनेक मामलों में न केवल बहुओं ने पतियों को छोड़ दिया, बल्कि उन्हें जेल तक भिजवाने में कोई कसर बाकी न छोड़ी। एक रिपोर्ट के अनुसार गत 5 वर्षों में दुल्हनों द्वारा ठगने की 3300 से अधिक शिकायतें विदेश मंत्रालय में दर्ज की गई हैं, जिनमें 3000 मामले केवल पंजाब से संबद्घ रहे।

विदेशी चमक अथवा सिक्कों की खनक के प्रलोभन में जिगर के टुकड़ों को संदेहास्पद राह की ओर धकेल देना भला किस आधार पर सही है? अंधलालसा के अतिरेक में बढ़ाया कोई कदम अनमोल जीवन ही न लील ले, इसलिए रिश्ता जोडऩे से पूर्व भावी संबंधियों को जानना, पहचानना तथा उनकी पूर्ण पड़ताल करना अभिभावकों का सर्वोपरि दायित्व है। इस विषय में सरकारों की भूमिका भी कम महत्वपूर्ण नहीं। यदि प्रचारित व वास्तविक प्रगति के मध्य अंतर को पाटने हेतु संकल्पबद्धता, कर्मठता व एकजुटता दिखाई जाए तो पाश्चात्य विकास के समकक्ष खड़े होने की सुयोग्यता विदेशी चकाचौंध को स्वत: ही शून्य कर देगी।-दीपिका अरोड़ा


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News