सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठाता खालिस्तानी नारे लिखने का चलन

punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 11:26 AM (IST)

पिछले कुछ महीनों के दौरान अमरीका स्थित अलगाववादी संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एस.एफ.जे.) के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने खालिस्तानी प्रचार तेज कर रखा है।  गत 11 अप्रैल को हिमाचल के ऊना जिले में खालिस्तान के बैनर लगाए जाने के बाद 7 मई रात को प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर खालिस्तानी झंडे टांग कर दीवार पर हरे रंग से ‘खालिस्तान’ भी लिखा पाया गया। उन्हीं दिनों पन्नू ने हिमाचल में अपनी गतिविधियां बढ़ाने के लिए 50 हजार डॉलर खर्च करने का दावा भी किया। 

फिर 11 जून को पंजाब के फरीदकोट में एक सैशन जज की रिहायश के बाहर खालिस्तानी नारे लिखे पाए गए व पन्नू का जारी किया एक वीडियो सामने आया। और अब 13 जून की सुबह सरहदी इलाके फिरोजपुर में डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डी.आर.एम.) के कार्यालय की दीवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद’, ‘सिख्स फार जस्टिस जिंदाबाद’ व ‘26 जनवरी, 2023-एस.एफ.जे.’ के नारे लिखे मिले। इसी बीच पन्नू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम जारी वीडियो में कहा है कि उसने डिप्टी कमिश्रर फिरोजपुर के घर के बाहर और डी.आर.एम. के कार्यालय की दीवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लिखवांए हैं और एक दिन खालिस्तान भी जरूर बनाएगा। 

उसने भगवंत मान को चेतावनी भी दी है कि ‘‘यदि तुमने खालिस्तान रैफरैंडम की मुहिम और 26 जनवरी, 2023 को पडऩे वाली वोटें रोकने की कोशिश की तो ये नारे गोलियों में बदल जाएंगे। पंजाब से निकलने वाली हर रेलगाड़ी पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे छपेंगे।’’ इन घटनाओं के पीछे निश्चित रूप से देश-विदेश से होने वाली कुछ साजिशें हैं। राज्य सरकार को केंद्रीय सुरक्षा एजैंसियों के संज्ञान में लाकर इससे प्रभावशाली ढंग से निपटना चाहिए ताकि राज्य का माहौल खराब न हो सके।—विजय कुमार 


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