बाहर फंसे हुए प्रदेशवासियों से फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को अविलंब दूर करें- नीतीश

punjabkesari.in Monday, Mar 30, 2020 - 10:39 PM (IST)

पटना, 30 मार्च (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि प्रदेश के जो लोग बाहर फंसे हुये हैं, उन्हें फोन करके उनकी समस्याओं और उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाय तथा उन्हें जो भी समस्यायें हो रही हैं उनके समाधान के लिए अविलंब कार्रवाई करते हुये उन्हें सहायता उपलब्ध करायी जाय।

पटना के एक अणे मार्ग में सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने बाहर फंसे हुए प्रदेशवासियों को आ रही समस्याओं तथा मुख्यमंत्री आवास के दूरभाष, स्थानिक आयुक्त के हेल्पलाइन नंबर तथा आपदा प्रबंधन विभाग के हेल्पलाइन नम्बर पर फंसे हुये लोगों से प्राप्त सूचनाओं के संबंध में गहन समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि उन लोगों से बातचीत कर सभी जानकारी ली जाए और उनकी समस्याओं को अविलंब सुलझाया जाए।

उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले सभी लोगों से फीडबैक प्राप्त किया जाय और उसी आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुये बाहर फंसे हुये लोगों की परेशानियों को अविलंब दूर किया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग बाहर से बिहार आ गये हैं उनकी स्क्रीनिंग, भोजन, आवासन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जाय तथा इस क्रम में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो।

बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया, ‘‘कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के सम्पर्क में आने वाले संदिग्ध लोगों की छानबीन करायी जाए तथा उनकी जांच करायी जाय। इसके लिये आवश्यक उपकरण, जांच किट एवं अन्य आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय।’’
बैठक में बिहार में एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम(एईएस), बर्ड फ्लू एवं स्वाईन फ्लू को लेकर भी समीक्षा की गयी।

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि बर्ड फ्लू एवं स्वाइन फ्लू की स्थिति का भी लगातार अनुश्रवण करते हुये आवश्यक कदम उठाना सुनिश्चित करें।
एक्यूट इन्सेफ्लाइटिस सिंड्रोम की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया, ‘‘एईएस के संदर्भ में अभी से ही पूरी तैयारी रखी जाय। एईएस प्रभावित संभावित क्षेत्रों में सभी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय करें एवं जागरूकता फैलाना सुनिश्चित करें तथा वहां सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें।’’
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति सचेत रहे। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। जो जहां हैं, वहीं एक-दूसरे से दूरी बनाए रखें। आप सब लोग अपने घर के अंदर रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। किसी को भी समस्या नहीं होने दी जायेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी के सहयोग से हम सब मिलकर इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम होंगे।’’
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली और एनसीआर से प्रवासी मजदूरों के पलायन के बाद आज भी बड़ी संख्या में लोगों का बसों से और पैदल बिहार आने का सिलसिला जारी रहा।

आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य के बाहर से आ रहे लोगों के लिये सीमावर्ती जिलों में राज्य सरकार के द्वारा स्थापित किये गये सीमा आपदा राहत केन्द्रों में रहने, भोजन एवं स्वास्थ्य जाँच आदि की व्यवस्था की गयी है।

स्वास्थ्य जाँच एवं भोजन कराने के पश्चात इन्हें सरकार के द्वारा बसों के माध्यम से उनके गाँव से संबंधित जिला मुख्यालय तक पहुँचाया जा रहा है। तत्पश्चात सरकारी वाहन के द्वारा इन्हें उनके गाँव के स्कूलों में लाया जा रहा है, जहाँ इन्हें 14 दिनों तक पृथक रखा जाएगा।

इसके अनुपालन के लिए संबंधित प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मुखिया, सरपंच, पंच एवं अन्य सरकारी कर्मियों को निर्देश दिया गया है।


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PTI News Agency

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