नई दिल्ली: वे दिन अब लद चुके हैं जब राहुल गांधी की छोटी बहन प्रियंका गांधी पर्दे के पीछे काम करती थीं। आजकल वह मुख्य विपक्षी पार्टी की गतिविधियों में पूरी तरह से सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। इसकी पहली झलक तब मिली जब अभिनेता से नेता बने कमल हासन राहुल से मिलने उनके 12 तुगलक निवास आए।
कांग्रेस में सिद्धू के प्रवेश को लेकर कांग्रेस के कई नेता नाराज थे इसलिए प्रियंका ने कैप्टन अमरेन्द्र व अन्य नेताओं से मैराथन बैठक कर उन्हें आश्वस्त किया कि सिद्धू का कांग्रेस में आना अकाली व भाजपा के लिए बड़ा झटका होगा। उसके बाद कांग्रेस ने कड़े त्रिकोणीय मुकाबले में भारी बहुमत से चुनाव जीता और अकालियों व आम आदमी पार्टी को धूल चटाई। 2 दिन में 3 गांधियों की कमल हासन से 3 बार बैठक ने राजनीतिक पंडितों में इस बात की चर्चा को छेड़ दिया कि क्या तमिलनाडु की टुकड़ों में बंटी राजनीति में एक नया गठजोड़ तो नहीं बन रहा है।