‘पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर’‘अत्याचार आखिर कब तक’

punjabkesari.in Tuesday, Jun 16, 2020 - 03:01 AM (IST)

पाकिस्तान के बनने के समय से ही इसके शासकों ने एक ओर भारत विरोधी रवैया अपना रखा है तो दूसरी ओर जाति और धर्म के आधार पर वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों से भारी भेदभाव व अत्याचार जारी रखा हुआ है : 

* 01 जून को सिंध प्रांत के मीरपुर खास जिले के ‘रईस निहाल खान’ गांव में राय सिंह कोहली की 15 वर्षीय बेटी ‘सुनतारा’ और उसी दिन ‘हाजी सईद बरगदी’ गांव में एक 19 वर्षीय विवाहित हिन्दू युवती भागवंती का अपहरण कर उसका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया गया। कराची में भी एक हिन्दू परिवार की बेटी का अपहरण एवं जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया गया।
* 02 जून को पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिम समुदाय को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा दिलाने के प्रयासों को उस समय झटका लगा जब पाकिस्तान सरकार ने उन्हें अपने ‘राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग’ में शामिल करने से इंकार कर दिया। 

* 04 जून को लाहौर शहर में मसीही अल्पसंख्यक भाईचारे की नाबालिग कन्या का 3 सशस्त्र युवक अपहरण करके ले गए। 
* 09 जून को पाकिस्तान के खैबर जिले में 2 ईसाई भाइयों को इस्लाम कबूल करने के लिए विवश किया गया।
* 09 जून को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हिन्दुओं के मकान गिराने की घटना के विरुद्ध भारत सरकार ने कड़ा रोष व्यक्त किया। 
* 12 जून को पाकिस्तान सरकार ने देश में अहमदिया भाईचारे द्वारा चलाए जाने वाले टी.वी. चैनलों पर रोक लगा दी।
यही नहीं, पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार और उनका पीछा करके उन्हें डराने-धमकाने के समाचार भी आते रहते हैं। 

* 15 जून को इस्लामाबाद में घर से ड्यूटी पर निकले भारतीय उच्चायोग के 2 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें हालांकि रात को रिहा कर दिया गया। पाकिस्तानी जियो न्यूज़ के हवाले से कहा गया है कि दोनों अधिकारी किसी व्यक्ति को अपनी कार से टक्कर मार कर भागने की कोशिश कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि जब से पाकिस्तान से अमरीका ने मुंह फेरा है और वह चीन की झोली में जा बैठा है, तभी से चीन ने सी.पी.ई.सी. (चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कोरिडोर) के जरिए वहां 10 अरब डालर का निवेश करके पाकिस्तान को अपने पक्ष में करने का अभियान शुरू कर रखा है। 

इसके अंतर्गत चीन के उकसाने पर आज्ञाकारी बालक की तरह पाकिस्तान के शासक न सिर्फ भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं बल्कि अपने देश में रह गए अल्पसंख्यकों पर अत्याचार भी कर रहे हैं और चीन द्वारा अपने देश में अल्पसंख्यक ‘उईगर मुसलमानों’ पर किए जा रहे अत्याचारों पर चुप हैं। प्रेक्षकों के अनुसार यदि यही हाल रहा तो एक दिन चीन निश्चित ही पाकिस्तान को अपनी ‘बस्ती’ बनाकर छोड़ेगा।—विजय कुमार


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