लोगों में बढ़ रहा जरा-जरा सी बात पर ‘पीटने’ और ‘जलाने’ का गलत रुझान

punjabkesari.in Thursday, Oct 06, 2022 - 04:49 AM (IST)

देश में इन दिनों एक गलत रुझान चल पड़ा है जिसके अंतर्गत लोग जरा-जरा सी बात पर आपा खोकर एक-दूसरे पर हमले करने लगे हैं। इसका परिणाम पीटने और जलाने की घटनाओं के रूप में सामने आ रहा है जिसके लगभग एक माह के चंद उदाहरण निम्र में दर्ज हैं : 

* 10 सितम्बर को भोपाल (मध्य प्रदेश) के ‘छोला मंदिर’ थाना इलाके में 4 वर्ष के बेटे को अपनी पत्नी के पास छोडऩे ससुराल आए एक व्यक्ति की उसकी पत्नी, सास एवं सालों ने लाठी-डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी। 

* 15 सितम्बर को जैसलमेर (राजस्थान) के दिग्गा गांव में ऊंची जाति के लोगों के घड़े से पानी पी लेने पर लोगों के एक समूह ने एक दलित को लोहे की छड़ और डंडों से बुरी तरह पीटा। 
* 17 सितम्बर को अमृतसर में बकाया पैसे मांगने से गुस्साए समोसे वाले ने एक 6 वर्षीय बच्ची सहित 6 लोगों पर खौलता तेल डाल दिया जिससे वे बुरी तरह झुलस गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
* 25 सितम्बर को सूरत (गुजरात) की एक रिहायशी सोसायटी में कूड़ा बीनने वाले एक व्यक्ति को चोर होने के शक में पीट-पीट कर मार डालने के आरोप में उक्त सोसायटी में रहने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 

* 26 सितम्बर को गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) के गांव ‘कुरथा’ में घर पर अकेली बी.एस.एफ. जवान की पत्नी की अज्ञात हमलावरों ने बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी। 
* 27 सितम्बर को दिल्ली में उधार चुकाने में नाकाम रहने पर एक व्यक्ति ने अपने कर्जदार को सोते समय जिंदा जला कर मार डाला। 
* 29 सितम्बर को भागलपुर (बिहार) में ट्रेन में मोबाइल चोरी के आरोप में यात्रियों ने एक युवक को पहले जमकर पीटा और उसके बाद गेट के साथ उसका हाथ बांध कर उसे कोच से बाहर लटका दिया। उसी हालत में ट्रेन दौड़ती रही और वह कोच से बाहर लटकता जिंदगी और मौत के बीच झूलता रहा। इस दौरान ट्रेन 80 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। जब गाड़ी अगले स्टेशन पर रुकी तो उसे रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया गया। 

* 29 सितम्बर को ही गया (बिहार) के एक निजी स्कूल में एक 6 वर्षीय बालक को होमवर्क न करने पर अध्यापक ने इतना पीटा कि उसकी मृत्यु हो गई। 
* 30 सितम्बर को प्रतापगढ़ में कुछ युवकों द्वारा बाइक देने से मना करने पर एक दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।   
* 1 अक्तूबर को चिक्काबल्लापुर जिले (कर्नाटक) के ‘केम्पड हाली’ गांव में अपने साथियों के साथ खेल रहे 11 वर्षीय किशोर को एक लड़की के कान की बाली चुरा लेने के शक में 3 लोगों ने इतनी बुरी तरह पीटा कि उसका लगभग सारा शरीर घावों से भर गया और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। 
* 2 अक्तूबर को कुशीनगर जिले (उत्तर प्रदेश) में देर रात अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी को युवती के घर वालों ने लाठियां मार-मार कर मार डाला। इस संबंध में पुलिस ने युवती सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया। 

* 2 अक्तूबर को ही छपरा (बिहार) में दिन के समय एक जौहरी का कुछ युवकों के साथ विवाद हुआ जिसे लेकर बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया परंतु रात को दुकान बंद करने से पूर्व वही युवक दोबारा वापस आए और जौहरी की पीट-पीट कर हत्या कर दी। 
* 3 अक्तूबर को मुजफ्फरपुर जिले (बिहार) के ‘पारु’ इलाके में गांव के  उप-मुखिया की हत्या के एक आरोपी को उग्र भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला। 
* 4 अक्तूबर को गुमला (झारखंड) में किसी विवाद के चलते लगभग 30 लोगों ने एक 22 वर्षीय युवक को पीट-पीट कर मार डाला।
* 4 अक्तूबर को ही अजमेर जिले के नसीराबाद थाना इलाके में एक युवक को कुछ लोगों ने फोन करके अपने घर बुलाया और उसके साथ इस कदर मारपीट की कि उसके प्राण निकल गए। आरोपियों ने उसे यातना देने के लिए सरिया गर्म करके उसके शरीर के विभिन्न अंगों को भी दाग दिया। 

* 4 अक्तूबर को ही नवादा (बिहार) की प्रोफैसर कालोनी में एक व्यक्ति ने किसी बात पर विवाद हो जाने के कारण अपनी 3 महीने की बेटी के सामने पत्नी और सास को पीट-पीट कर मार डाला। निश्चय ही इस तरह की घटनाएं लोगों में बढ़ रही मानसिक असहनशीलता की भावना का परिणाम हैं। अत: इस तरह के अपराधों में संलिप्त पाए जाने वाले लोगों को कानून के अनुसार कड़ा दंड देने के साथ-साथ उनका मानसिक उपचार करवाए जाने की भी जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।—विजय कुमार


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