‘खुदरा महंगाई चोटी पर’ ‘आम आदमी का घरेलू बजट गड़बड़़ाया’

punjabkesari.in Sunday, Oct 18, 2020 - 03:53 AM (IST)

देश में लगातार बढ़ती महंगाई एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस समय जहां कोरोना महामारी के कारण लोगों के लिए गुजारा करना मुश्किल हो रहा है वहीं देश में खुदरा महंगाई में लगातार वृद्धि हो रही है। अगस्त में ‘खुदरा मूल्य सूचकांक’ (सी.पी.आई.) पर आधारित महंगाई दर 6.69 प्रतिशत थी, जो सितम्बर महीने में बढ़ कर 7.34 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह इस वर्ष पिछले 8 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है। 

गत वर्ष सितम्बर में खुदरा महंगाई दर 3.99 प्रतिशत थी तथा अक्तूबर 2019 के बाद से खुदरा महंगाई की दर 4 प्रतिशत से ऊपर ही बनी हुई है। इस कारण मसूर, मूंग, उड़द और चने की दालों में 10 से 20 रुपए प्रति किलो तक वृद्धि के अलावा चाय पत्ती और खाद्य तेल के भावों में भी भारी तेजी दर्ज की गई है। राष्ट्रीय स्तर पर सितम्बर में सब्जियों की कीमतों में अगस्त के 11.41 प्रतिशत के मुकाबले में 20.73 प्रतिशत वृद्धि देखने को मिली। इसी प्रकार दालों और इससे जुड़े उत्पादों की कीमतों में 14.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जो तूअर की दाल 2 सप्ताह पूर्व 80 से 90 रुपए प्रति किलो बिक रही थी वह अब 125 रुपए किलो तक पहुंच गई है। 

एक महीने में ही सरसों का तेल 95 रुपए से बढ़ कर 135 रुपए प्रति लीटर हो गया और राशन का दूसरा सामान भी 20 से 30 प्रतिशत तक महंगा हुआ है। फलों, अंडों और मांस-मछली की कीमतों में भी वृद्धि हुई है। पिछले एक वर्ष की तुलना में आलू की कीमत 107.63 प्रतिशत अधिक है जबकि टमाटर और प्याज सहित हरी सब्जियों के भाव भी आकाश छू रहे हैं। थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति भी सितम्बर में बढ़ कर 1.32 पर जा पहुंची जो गत वर्ष इसी अवधि में 0.33 प्रतिशत थी। 

एक ओर खाद्य वस्तुओं की महंगाई जारी है तो दूसरी ओर पैट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ रहे दामों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं जिसका सर्वाधिक प्रभाव मध्यवर्गीय लोगों और कृषक वर्ग पर पड़ रहा है। एक ओर त्यौहारी सीजन शुरू हो रहा है तो दूसरी ओर खाद्य पदार्थों तथा सब्जियों की महंगाई ने आम उपभोक्ताओं का घरेलू बजट बिगाड़ कर उनकी परेशानी बढ़ा दी है। अत: उक्त स्थिति के दृष्टिगत खाद्य मंत्रालय को यथासंभव तुरंत निवारक उपाय करने की जरूरत है ताकि त्यौहारी सीजन में आम जन को महंगाई से कुछ राहत मिले और त्यौहारों का उल्लास फीका न हो।—विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News