पेपर लीक या नकल और धोखाधड़ी द्वारा बेरोजगारों को नौकरी दिलाना बन गया धंधा

punjabkesari.in Wednesday, Dec 22, 2021 - 04:31 AM (IST)

आज देश में न सिर्फ स्कूल-कालेजों बल्कि विभिन्न नौकरियों के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के पेपर लीक करवाने और अनुचित तरीके से उम्मीदवारों को पास करवाने का अवैध व्यापार बहुत गंभीर रूप धारण कर चुका है जो मात्र तीन सप्ताह के उदाहरणों से स्पष्ट है : 

* 28 नवम्बर को ‘उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा’ (यू.पी.टी.ई.टी.) पेपर लीक हो जाने के कारण स्थगित करनी पड़ी।
* 12 दिसम्बर को ‘गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड’ (जी.एस.एस.एस.बी.) द्वारा हैड क्लर्कों के 183 पदों के लिए ली जाने वाली परीक्षा का पेपर लीक किए जाने के मामले में 9 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया जबकि 3 अन्य की तलाश जारी है। 

* 12 दिसम्बर को ही हुई अध्यापकों की पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) में हेराफेरी करने के आरोप में ‘महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद’ के आयुक्त तुकाराम सुपे को 17 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में अभी तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 

* 12 दिसम्बर वाले दिन ही ‘महाराष्ट्र गृह निर्माण क्षेत्र विकास प्राधिकरण’ (म्हाडा) मुम्बई में अलग-अलग पदों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा प्रश्नपत्र लीक हो जाने के कारण अंतिम समय पर रद्द कर दी गई। कुछ समय पूर्व महाराष्ट्र में स्वास्थ्य विभाग में नियुक्तियों के लिए ली जाने वाली परीक्षा भी पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई थी। 

* 16 दिसम्बर को हरियाणा के बहुचर्चित पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड दिल्ली पुलिस के सिपाही रोबिन को एस.टी.एफ. ने गिरफ्तार किया जो स्वयं भी फर्जी तरीके से 2009 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था।

बताया जाता है कि वह अभी तक फर्जी तरीके से 1000 युवाओं को नौकरी पर लगवा चुका है और वह अलग-अलग परीक्षाओं के लिए 2 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक रिश्वत लेता था। उसके गिरोह में 200 लोग शामिल थे। हरियाणा पुलिस के अनुसार रोबिन कोचिंग सैंटरों पर अपने गुर्गे छोड़ता था और वहीं से विभिन्न नौकरियों के लिए तैयारी करने वाले बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाता था। 

* 17 दिसम्बर को हरियाणा पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में कैथल पुलिस द्वारा एक और वांछित आरोपी सोहन लाल को गिरफ्तार किया गया। इस सिलसिले में अब तक 54 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि अन्य की तलाश जारी है। 

* 19 दिसम्बर को कैथल पुलिस के विशेष जांच दल ने केंद्र तथा हरियाणा सरकार की नौकरियों के लिए परीक्षाओं में फर्जी परीक्षार्थी बैठा कर परीक्षा पास करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करके इस सिलसिले में गांव भैणी माजरा में छापा मार कर बुड़ैल जेल (चंडीगढ़) के हैड क्लर्क संजय सिंह के अलावा संदीप, राहुल तथा अश्विनी को पकड़ा।
* 20 दिसम्बर को पटियाला में ‘पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन’ (पी.पी.एस.सी.) की परीक्षा में वास्तविक उम्मीदवार दिनेश तथा उसके स्थान पर परीक्षा दे रहे युवक सचिन को परीक्षा भवन के सुपरवाइजर की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। 

उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि आज सभी तरह की परीक्षाओं में भ्रष्टाचार ने किस कदर अपनी जड़ें जमा ली हैं। पेपर लीक करने, परीक्षाओं में नकल करवाने और वास्तविक उम्मीदवारों की जगह फर्जी लोगों द्वारा परीक्षा देकर धोखाधड़ी करने से वास्तविक और जरूरतमंद उम्मीदवारों का अधिकार छीना जा रहा है। न सिर्फ ऐसा करना घोर अपराध है बल्कि इन सब कारणों से परीक्षाएं रद्द होने से उम्मीदवारों को भारी असुविधा भी होती है। अत: इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कठोरतम दंड दिया जाना चाहिए ताकि दूसरों को नसीहत मिले और वे ऐसा करने से परहेज करें।—विजय कुमार  


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