प्रधानमंत्री की घोषणा से कुछ वर्गों की उम्मीदों पर फिरा पानी

punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2020 - 05:09 AM (IST)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनलॉक-2 की पूर्व संध्या पर 30 जून को देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने देश में ‘गरीब कल्याण अन्न योजना’ का विस्तार दीवाली और छठ पूजा अर्थात नवम्बर तक करने की घोषणा की और कहा कि इस पर 90,000 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च होगी। 

प्रधानमंत्री ने बताया कि इसके अंतर्गत 80 करोड़ से अधिक लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति मास 5 किलो चावल या गेहूं और 1 किलो चने दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह किसानों की मेहनत और करदाताओं द्वारा ईमानदारी से टैक्स चुकाने से ही सम्भव हो सका है। इसके साथ ही उन्होंने देश में शीघ्र ही ‘एक देश एक राशनकार्ड’ योजना लागू करने की भी बात कही ताकि प्रवासी श्रमिक बंधु देश में कहीं से भी राशन ले सकें। 

उन्होंने देश में अनलॉक-2 की शुरूआत की चर्चा करते हुए कहा कि पहले की तुलना में लोग सुरक्षा नियमों का पालन करने में ढील बरतने लगे हैं अत: उन्होंने लोगों से सख्तीपूर्वक सुरक्षा सम्बन्धी नियमों का पालन करने और प्रशासन से सुरक्षा नियमों का कठोरतापूर्वक पालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। 

हालांकि ऐसी आशा की जा रही थी कि इस समय जबकि देश महामारी कोरोना के अलावा आॢथक मंदी और चीन तथा पड़ोसी देशों से पेश चुनौती  आदि से जूझ रहा है, प्रधानमंत्री इनसे निपटने के उपायों की चर्चा करेंगे परन्तु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री द्वारा गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार की घोषणा तथाकोरोना संक्रमण के मुकाबले के लिए सुरक्षा सावधानियों को लेकर कठोरता बरतनेकी नसीहत निश्चय ही सही है परन्तु यदि वह समाज के दूसरे वर्गों के लिए भी कुछ राहतों की घोषणा कर देते जो आर्थिक मंदी के इस दौर में उनसे कुछ राहतें मिलने की आशा लगाए हुए थे तो और भी अच्छा होता।-विजय कुमार 


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