एक सिरिंज - 39 बच्चों का टीकाकरण मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग का कारनामा

punjabkesari.in Saturday, Jul 30, 2022 - 03:49 AM (IST)

इन दिनों जबकि देश में वयस्कों के साथ-साथ बच्चों और किशोरों के कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण जारी है, सागर (मध्य प्रदेश) के एक निजी स्कूल में छात्रों के टीकाकरण में भारी लापरवाही सामने आई है। 

वहां जितेन्द्र अहिरवार नामक एक वैक्सीनेटर, जो नॄसग के कोर्स का एक छात्र बताया जाता है, ने 9वीं से 12वीं कक्षा में पढऩे वाले 15 वर्ष तथा अधिक आयु के 39 बच्चों का एक ही सिरिंज से टीकाकरण कर दिया जिसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने नियमित स्वास्थ्य कर्मचारियों के स्थान पर उक्त छात्र को सौंपी थी। लोगों द्वारा इस बारे आपत्ति करने पर उस छात्र ने स्वीकार किया कि उसने एक ही सिरिंज से कई बच्चों को टीका लगाया है। 

इस मामले पर मचे शोर के बाद मध्य प्रदेश के मैडीकल शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि सभी बच्चे ठीक हैं तथा उनसे लिए गए नमूनों में किसी संक्रामक रोग का संकेत नहीं मिला है परन्तु उन्हें 28 दिनों तक डाक्टरी निगरानी में रखा जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमित सिरिंजों से और भी कई रोग अगले 45 दिनों में सामने आ सकते हैं। 

इन दिनों जबकि देश में दोबारा कोरोना के बढ़ रहे प्रकोप से बचाव के लिए टीकाकरण का महा अभियान चलाया जा रहा है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नाक तले एक छात्र द्वारा एक ही सिरिंज से 39 बच्चों को टीका लगा कर संक्रमण के जोखिम में डाल देना गंभीर लापरवाही है। बेशक प्रशासन ने जिला वैक्सीनेशन अधिकारी को निलम्बित करने के अलावा संबंधित छात्र, जो फरार बताया जाता है, के विरुद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है, परन्तु इतना ही काफी नहीं है। 

छात्र को ऐसा करने की अनुमति देने वाले अधिकारियों को कठोरतम दंड दिया जाना चाहिए ताकि उन्हें यह एहसास हो सके कि यदि उनके इस कृत्य के चलते कोई बच्चा संक्रमित हो जाए तो उसके परिवार के साथ कितना अन्याय हो सकता है।—विजय कुमार


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