‘हिमाचल बनता जा रहा नशे की राजधानी’‘युवाओं का नष्ट हो रहा स्वास्थ्य, उजड़ रहे परिवार’

punjabkesari.in Sunday, Dec 27, 2020 - 04:01 AM (IST)

आज देश के अनेक राज्यों में नशे की लत महामारी की तरह फैलती जा रही है जिसकी शिकार होकर युवा पीढ़ी अपना स्वास्थ्य तबाह कर रही है तथा देवभूमि हिमाचल के युवा भी अब इससे अछूते नहीं रहे जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है और परिवार उजड़ रहे हैं। राज्य के कई हिस्सों में बड़ी मात्रा में हैरोइन, चरस, भुक्की, कोकीन, अफीम, चिट्टा जैसे नशीले पदार्थों की बरामदगी स्पष्टï संकेत दे रही है कि यह राज्य अब ‘उड़ता पंजाब’ की भांति ‘उड़ता हिमाचल’ बनता जा रहा है। यहां जगह-जगह नशा तस्करों का जाल फैलता जा रहा है जिसके पिछले 10-11 दिनों के उदाहरण निम्र में दर्ज हैं :

* 16 दिसम्बर को रामपुर के ‘नोगली’ में एक महिला से 3 ग्राम से अधिक चिट्टा और 28,000 रुपए नकद बरामद किए गए।
* 19 दिसम्बर को ‘हमीरपुर’ में 4 युवकों से 2.5 लाख रुपए मूल्य का 28 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया। 
* 19 दिसम्बर को पुलिस ने ‘बेरल’ के समीप 157 ग्राम चरस और ‘परवाणु’ में 284 ग्राम चरस के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया। 

* 20 दिसम्बर को शिमला के ‘ज्यूरी’ में एक युवक को 634 ग्राम चरस और 50 ग्राम अफीम के साथ पकड़ा गया।
* 21 दिसम्बर को ‘मंडी’ पुलिस ने 337 ग्राम हैरोइन के साथ अम्बाला के दो युवकों को गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि हिमाचल में हैरोइन की अब तक की यह सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए तक आंकी जा रही है। 

* 21 दिसम्बर को ही महाराष्ट्र के पुणे में कुल्लू के 2 युवकों को 34 किलो से अधिक चरस के साथ पकड़ा गया।
* 22 दिसम्बर को ‘अम्ब’ के ‘पंजोआ लडोली’ में एक दुकानदार से 6.77 ग्राम चिट्टा पकड़ा गया।
* 23 दिसम्बर को ‘बिलासपुर’ पुलिस ने 900 ग्राम चरस तथा 4.39 ग्राम चिट्टे के साथ 2 लोग पकड़े।
* 23 दिसम्बर को ही ‘सोलन’ में शिमला के 4 युवकों से 4.32 ग्राम हैरोइन बरामद की गई। 

* 24 दिसम्बर को मंडी जिला के धलोट में 1.305 किलोग्राम चरस के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया। 
* 25 दिसम्बर को पुलिस द्वारा पीछा करने पर एक युवक ने सोलन में अपनी गाड़ी से छलांग लगा दी। तलाशी लेने पर गाड़ी से हैरोइन बरामद हुई। 
* 25 दिसम्बर को ही ‘कुल्लू’ में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार करके उसके घर से 57 ग्राम हैरोइन तथा 37.2 किलो पोस्त के डोडे बरामद किए। 
* 26 दिसम्बर को चम्बा के लाहड़ू में सवा किलो चरस के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया। 

उपरोक्त घटनाएं जहां राज्य में नशों के व्यापारियों के फैलते जाल की द्योतक हैं वहीं राज्य सरकार इस बुराई को रोकने के लिए कुछ प्रयास भी कर रही है। इसी कड़ी में राज्य में नशा तस्करों द्वारा जमा की गई सम्पत्ति का पता लगाने के लिए शुरू किए गए अभियान के अंतर्गत अकेले ‘कुल्लू’ पुलिस ने ही नशा कारोबारियों की 3 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज (जब्त) और बैंक खाते फ्रीज (जाम) किए हैं। यही नहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अनुसार राज्य में नशे का प्रसार रोकने और नशेडिय़ों के उपचार एवं पुनर्वास के लिए एक सघन नीति के अंतर्गत 6 नशामुक्ति केंद्र खोलने का फैसला किया गया है।

जयराम ठाकुर का कहना है कि राज्य में नशों के उत्पादन और नशाखोरी के प्रसार का पता लगाने के लिए सर्वे करवाने के अलावा स्कूलों के पाठ्यक्रम में नशों के कुप्रभाव का अध्याय शामिल करने का भी निर्णय लिया गया है। सरकार नशा तस्करी को जमानत के अयोग्य अपराध करार देने का एक विधेयक भी लाई है और इसके साथ ही इस बुराई पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य के मौजूदा नशा नियंत्रण प्रकोष्ठ को मजबूत करने की भी योजना है। यह विडम्बना ही है कि एक ओर तो सरकार नशा निवारक पग उठाने जा रही है और दूसरी ओर राज्य में भांग की नियंत्रित खेती को मंजूरी देने की संभावना पर विचार भी कर रही है जो उचित नहीं। 

हिमाचल के कुछ इलाके पहले ही ‘ड्रग टूरिज्म’ के लिए बदनाम हैं और देश-विदेश से नशों के शौकीन लोग हिमाचल के कुछ इलाकों में इसलिए घूमने आते हैं क्योंकि वहां पर सब तरह का नशा आसानी से मिल जाता है। अत: यदि इस समस्या पर नियंत्रण न पाया गया तो आने वाले वर्षों में यह बेकाबू हो कर युवा पीढ़ी को घुन की तरह खोखला कर देगी। इसके साथ ही हिमाचल की उस साख को भी बट्टा लगेगा जो प्रदेश के पढ़े-लिखे और समझदार लोगों ने वर्षों की मेहनत के साथ कमाई है।—विजय कुमार


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