एक और तथाकथित ‘बाबा’ फंसा बलात्कार के आरोप में

punjabkesari.in Thursday, Aug 11, 2022 - 03:42 AM (IST)

संत-महात्मा देश और समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, परंतु कुछ स्वनामधन्य संत-महात्मा और बाबा लोग इसके विपरीत आचरण करके असली संत-महात्माओं की बदनामी का कारण बन रहे हैं। इसी सिलसिले में आसाराम बापू, फलाहारी बाबा, गुरमीत राम रहीम सिंह आदि को यौन शोषण एवं अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। 

नाबालिग से बलात्कार का दोषी आसाराम उम्र कैद की सजा भुगत रहा है तथा उसके विरुद्ध एक और केस पर कार्रवाई भी चल रही है। उसके बेटे को भी उम्र कैद की सजा हुई है। अपने आश्रम में एक 21 वर्षीय युवती से बलात्कार के दोषी फलाहारी बाबा को अलवर की ए.डी.जे. अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी जिसे स्थगित करने के लिए उसके द्वारा दायर प्रार्थना पत्र को राजस्थान हाईकोर्ट ने 2020 में रद्द कर दिया था। इसी प्रकार गुरमीत राम रहीम सिंह को यौन शोषण के मामले में 20 वर्ष सश्रम कैद और एक पत्रकार के हत्याकांड में दोषी करार देकर उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। 

अभी भी यह सिलसिला थमा नहीं है और ऐसी ही नवीनतम घटना में अब मध्य प्रदेश के भोपाल और ग्वालियर पुलिस की संयुक्त टीम ने ‘महामंडलेश्वर बाबा वैराग्या नंद गिरि’ उर्फ ‘मिर्ची बाबा’ को ग्वालियर में गिरफ्तार कर लिया, जहां वह एक धार्मिक समारोह के सिलसिले में ठहरा हुआ था। 

पुलिस के अनुसार गत 8 अगस्त को भोपाल की रहने वाली एक महिला ने पुलिस में लिखवाई शिकायत में कहा कि विवाह के सात वर्ष बाद भी उसके यहां कोई संतान न होने पर उसने कई जगह इलाज करवाया, परंतु कोई लाभ न होने पर कुछ समय पूर्व उसे कुछ महिलाओं से पता चला कि भोपाल में एक पहुंचा हुआ योगी है, जिसके दवाई देने पर बच्चा हो जाता है। इसके बाद पीड़िता ने ‘मिर्ची बाबा’ को फोन पर अपनी समस्या बताई तो उसने धार्मिक अनुष्ठान के बहाने उसे बुला लिया। गत 17 जुलाई को वह भोपाल में ‘मिर्ची बाबा’ के ‘मिनाल रैज़ीडैंसी’ स्थित ‘आश्रम’ पर गई थी, जहां उसने उसे कोई भभूति तथा साबूदाना दिया और कहा कि वह इसका सेवन करने के बाद ऊपर जाकर उसकी प्रतीक्षा करे। 

पीड़िता के अनुसार इसके बाद जल्दी ही वह बेहोश हो गई और होश में आने पर उसे पता चला कि उसके साथ बाबा ने बलात्कार कर डाला है और बलात्कार करने के बाद ‘मिर्ची बाबा’ ने उससे कहा, ‘‘अब तुम्हारे यहां गोल-मटोल बेटा पैदा होगा।’’ पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि किसी को बताने पर ‘मिर्ची बाबा’ ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी और उससे यह भी कहा, ‘‘तुम्हें बच्चा चाहिए था, ये ऐसे ही पैदा होते हैं।’’ 

पीड़िता का यह भी कहना है कि जब वह अपने किसी विश्वस्त साथी को अपनी आपबीती बता रही थी तो उसके पति ने सारी बात सुन ली और पीड़िता को घर से निकाल दिया। इस बीच गिरफ्तारी के बाद मिर्ची बाबा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह यह कहता सुनाई दे रहा है कि उसे इस मामले में फंसाया गया है और वह इसके विरुद्ध लड़ेगा।यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि ‘मिर्ची बाबा’ को नागा बाबा का दर्जा मिला हुआ है और वह खुद को हरिद्वार के पंचायती निरंजनी अखाड़ा का महामंडलेश्वर कहता है। इसे मध्य प्रदेश में कांग्रेस की तत्कालीन कमल नाथ सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया हुआ था।

‘मिर्ची बाबा’ ने प्रदेश में नवम्बर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेताओं का समर्थन किया था, परंतु वह चर्चा में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आया, जब उसने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की विजय के लिए 1 क्विंटल लाल मिर्च का हवन किया था। तब उसने घोषणा की थी कि यदि दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वह जल समाधि ले लेगा, परंतु न तो दिग्विजय सिंह जीत पाए और न ही ‘मिर्ची बाबा’ ने जल समाधि ली। इस बीच अदालत ने ‘मिर्ची बाबा’ को 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 

हालांकि सभी संत ऐसे नहीं हैं, परंतु निश्चय ही ऐसी घटनाएं संत समाज की बदनामी का कारण बन रही हैं लेकिन इसके लिए किसी सीमा तक महिलाएं भी दोषी हैं जो इन तथाकथित बाबाओं की भाषण कला से प्रभावित होकर इनके झांसे में आ जाती हैं और संतान प्राप्ति, घरेलू समस्या निवारण आदि के लोभ में अपना सर्वस्व लुटा बैठती हैं। लिहाजा इस मामले में महिलाओं को भी अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।—विजय कुमार


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