बाघापुराना (चुटानी):आम आदमी पार्टी (आप) के कन्वीनर अरविंद केजरीवाल द्वारा विक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने पर पार्टी के राजनीतिक समीकरण बिगड़ गए हैं। इस दौरान सुखपाल खैहरा की अगुवाई वाली पंजाब एकता पार्टी अब आम आदमी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनकर सामने खड़ी है।
सुखपाल खैहरा के तर्क व दलीलों से सहमत होते हुए आप की यूथ टीम का एक बड़ा हिस्सा अब पंजाब एकता पार्टी में अपना भविष्य तलाशने लगा है। पिछले 5 सालों से ‘आप का झंडा’ उठाकर गली-गली प्रचार करने वाले रेशम सिंह, जगदीप सिंह, केवल सिंह, रमेश कुमार, छिंदा सिंह, बख्तौर सिंह, भोला शर्मा, मेजर सिंह, केवल बराड़, हरि राम अरोड़ा, केसर सिंह, बेअंत बाघापुराना, संदीप कुमार आदि ने अलग-अलग तौर पर भड़ास निकालते कहा कि आप नेताओं ने अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए पंजाबियों को गुमराह किया है।