ओलंपिक स्वर्ण जीतने की कसक अभी बाकी: सुशील

punjabkesari.in Saturday, Sep 09, 2017 - 04:31 PM (IST)

नई दिल्ली: लगातार दो ओलंपिक पदक जीत चुके लेकिन पिछले रियो ओलंपिक में उतरने से दूर रह गए पहलवान सुशील कुमार का कहना है कि उनके अंदर अभी ओलंपिक स्वर्ण जीतने की कसक बाकी है। सुशील ने यहां कहाÞ मैं अपनी वापसी के लिए तैयारियों में लगा हुआ हूं। पिछले सवा महीने से मेरी कड़ी तैयारी चल रही है और दो तीन महीने में मैं पूरी तरह फिट हो जाऊंगा। फिलहाल मैं किसी भी तरह की चोट से बचा हुआ हूं।

ओलंपिक में रजत और कांस्य पदक जीत चुके सुशील इस साल राष्ट्रीय चैंपियनशिप से मैदान में वापसी करना चाहते हैं और उनका लक्ष्य 2020 के टोक्यो ओलंपिक में उतरकर देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। उन्होंने कहा कि भारतीय कुश्ती में वापसी के लिए एक सिस्टम है जिसके तहत पहले मुझे राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उतरना होगा। इस साल के आखिर में यह चैंपियनशिप होनी है जिसमें उतरना मेरा लक्ष्य है।  सुशील ने कहा कि मेरे अंदर अब भी कहीं न कहीं ओलंपिक स्वर्ण की कसक बाकी है। डब्ल्यूडब्ल्यूई वाले अब भी लगातार मेरे पीछे पड़े हैं कि मैं इस स्टाइल की रेसङ्क्षलग में उतर जाऊं। लेकिन मैंने उन्हें सिरे से इंकार किया है क्योंकि मैं ओलंपिक स्वर्ण जीतना चाहता हूं।

द्रोणाचार्य अवार्डी महाबली सतपाल के शिष्य सुशील ने साथ ही कहा कि मुझे अब सिर्फ टूर्नामेंट लडऩे हैं जिसके लिए मैं पूरी तरह प्रेरित हूं। अभी हाल में 97 किग्रा में एक पहलवान ने विश्व चैंपियनशिप पदक जीता था जिसके साथ मैंने कई साल पहले पदक जीता था। जब वह पदक जीत सकता है तो मैं भी यह काम कर सकता हूं। मैं इसके लिये पूरी तरह प्रेरित हूं। अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों को भी लक्ष्य मानकर चल रहे सुशील ने कहा कि मुझे लगातार दो महीने कड़ी ट्रेङ्क्षनग करनी है जिससे मुझे पता लग जाएगा कि मैं कितना फिट हूं। अपने पहले वापसी टूर्नामेंट के लिये सुशील ने कहा कि उज्बेकिस्तान में एक टूर्नामेंट होना है जिसमें उतरने की उनकी योजना है। 


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