इस बार अर्जुन पुरस्कार का हकदार था: संधू

punjabkesari.in Sunday, Aug 20, 2017 - 05:35 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत के शीर्ष स्क्वाश खिलाड़ी हरिंदर पाल संधू ने लगातार तीसरे साल अर्जुन पुरस्कारों के लिए नहीं चुने जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें नजरअंदाज किया गया। संधू ने  बताया कि मैं आश्वस्त था कि इस बार मुझे अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना जाएगा लेकिन उसके लिए उपयुक्त होने के बाद भी अगर आपको नहीं चुना जाता है तो यह काफी निराशाजनक है। खेल मंत्रालय की तरफ से अर्जुन पुरस्कारों के लिए खिलाडियों के नामों की घोषणा होने के बाद अब संधू को अगले वर्ष तक का इंतजार करना होगा। पेशेवर टूर पीएसए में नौ खिताब जीतने वाले संधू ने सौरव घोषाल के साथ इंचियोन एशियाई खेलों के पुरूष युगल में स्वर्ण पदक जीता था।

लंबे समय तक देश के शीर्ष खिलाड़ी रहे घोषाल ने संधू का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि स्क्वाश में संधू का योगदान अनाका अलांकामोनी से काफी ज्यादा हैं जिन्हें विवादास्पद तरीके से 2014 में यह सम्मान दिया गया था। घोषाल ने कहा कि अगर हैरी (संधू) और अनाका के लिए एक ही पैमाना है तो इसमें कोई शक नहीं कि संधू को यह समान काफी पहले मिल जाना चाहिए था। संधू ने राष्ट्रीय खिताब भी जीता है जबकि अनाका ने कोई राष्ट्रीय खिताब हासिल नहीं किया है। घोषाल के अलावा स्क्वाश में योगदान के लिए दीपिका पल्लीकल और जोशना चिनप्पा को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

हालांकि संधू ने एकल मुकाबलों में एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में कोई पदक नहीं जीता है लेकिन उन्हें लगता है कि युगल मुकाबलों में वह टीम के अहम खिलाड़ी हैं। विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर काबिज इस खिलाड़ी ने उम्मीद जताई कि अगले वर्ष उन्हें यह सम्मान मिल जाएगा।   संधू ने कहा कि अगले वर्ष हमारे पास एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों में खिताब जीतने का मौका होगा और मैं दोनों में ही पदक जीतने की कोशिश करूंगा। पदक जीतने के बाद चयन समिति के लिए मेरी अनदेखी करना मुश्किल होगा। हाल में ऑस्ट्रेलिया में पीएसए 5के खिताब जीतने वाले संधू अगले सप्ताह ग्रेटर नोएडा में शुरू हो रही 74वीं सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में चुनौती पेश करेंगे।  


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