धर्मशाला की पिच का ''राज'' आया सामने, बढ़ सकती हैं टीम इंडिया की मुश्किलें

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 05:04 PM (IST)

धर्मशाला: धर्मशाला के पिच क्यूरेटर सुनील चौहान ने भारतीय खेमे को चिंतित करने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पिच में पर्याप्त उछाल मौजूद रहेगी। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज और गेंदबाज इस तरह की पिचों की आदी हैं। चौहान ने आगे कहा कि उन्हें बीसीसीआइ की ओर से पिच को लेकर किसी भी तरह का आग्रह नहीं मिला है। चौहान ने कहा है, 'आज तक मुझे किसी ने भी कोई निर्देश नहीं दिया है। मैंने हमेशा विकेट के स्वभाव को देखकर ही इसे तैयार किया है। यह एक बाउंसी विकेट होगा और यहां पर कट और पुल शॉट खेलने वाले बल्लेबाजों के लिए आसानी रहेगी। इसी मैदान पर रोहित शर्मा ने टी20 मैचों में शतक बनाया था।'

गति से निकलेगी गेंद
एचपीसीए के पिच क्यूरेटर सुनील चौहान ने हालांकि संकेत दिया है कि उनकी पिच चार क्षेत्रों तेज गेंदबाजी, बल्लेबाजी, स्पिन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण को मदद करेगी। यहां सवाल यह है कि कोई पिच क्षेत्ररक्षक को कैसे मदद कर सकती है। इसके लिये यही कहा जा रहा है कि गेंद में इतनी उछाल होगी कि वह बल्ले का किनारा लेकर आसानी से स्लिप फील्डरों के हाथों में चली जाए। चौहान ने जोर देकर कहा कि गेंद को पिच से अच्छी मदद मिलेगी और वह गति के साथ निकलेगी। बीसीसीआई की पिच समिति के अध्यक्ष दलजीत सिंह इस समय धर्मशाला में हैं और पिच की तैयारियों को देख रहे हैं। हिमालय की वादियों में स्थित धर्मशाला में मध्य मार्च के दौरान अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रहता है और हल्की वर्षा हो सकती है।  

शमी पर दांव खेल सकते हैं कोहली
तेज गेंदबाजों को इससे हवा में शुरूआती मदद मिल सकती है और वे गेंद को सिं्वग भी करा सकते हैं। आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिशेल जानसन का कहना है कि उन्होंने धर्मशाला की पिच को घास के बिना नहीं देखा है और उनका कहना है कि इस पिच के कारण ऑस्ट्रेलिया एक स्पिनर को बाहर कर एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज खेला सकता है। धर्मशाला की पिच में घास दिखाई दे रही है और भारतीय खेमा भी फिट हो चुके तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर नजरें गड़ाए है। शमी धर्मशाला में भारतीय टीम के साथ जुड़ चुके हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कप्तान विराट कोहली शमी पर कोई दांव खेलते हैं। मीडिया में भी धर्मशाला की पिच की गति और उछाल को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है और इस पिच की तुलना इंग्लैंड की सिं्वग लेने वाली पिचों से कुछ हद तक की जा रही है। भारत इन परिस्थितियों में सिं्वग विशेषज्ञ भुवनेश्वर कुमार को भी खेलाने पर विचार कर सकता है।


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