खाड़ी संकट से कतर की मेजबानी पर उठ सकते हैं सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 06, 2017 - 11:47 AM (IST)

दोहा: खाड़ी देशों में राजनयिक संकट के कारण कतर के आलोचक उससे 2022 में होने वाले विश्व कप की मेजबानी छीनने का अभियान शुरू कर सकते हैं। विशेषज्ञों ने आज यह राय दी।  

सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र और यमन उन देशों में शामिल हैं जिन्होंने इस आधार पर कतर से राजनयिक संबंध समाप्त कर दिये कि वह उन उग्रवादी गुटों का समर्थन कर रहा है जो कि इस क्षेत्र को अस्थिर करना चाहते हैं।  इसका असर कतर की विश्व कप मेजबानी पर पड़ सकता है। फुटबाल का यह सबसे बड़ा टूर्नामेंट 5 साल के अंदर कतर में आयोजित किया जाएगा।  ह्यूस्टन की राइस यूनिवर्सिटी के बाकर इंस्टीट्यूट में खाड़ी विशेषज्ञ क्रिस्टियान उलरिचसेन ने कहा, ‘‘इससे कतर पर काफी दबाव बढ़ेगा। अगर यह लंबा खिंचता है तो मुझे लगता है कि इसका वास्तव में प्रभाव पड़ेगा। ’’ 

कतर को 2010 में विवादास्पद तरीके से मेजबानी सौंपी गई थी और तब से वह दावा करता रहा है कि वह राजनीतिक तौर पर सुरक्षित देश है। कतर अब तक कहता रहा है कि यह टूर्नामेंट पूरे खाड़ी देश के लिए है लेकिन वर्तमान घटनाओं से उसके इन दावों को चुनौती मिली है।  
 


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