दिल्ली के सामने आत्मसमर्पण नही करेंगे : संयुक्त हुरिर्यत
punjabkesari.in Thursday, Jan 18, 2018 - 10:02 PM (IST)
श्रीनगर : वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) ने गुरुवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीर आंदोलन उनके लिए ‘प्यार और पूजा’ है और चाहे दिल्ली जितना भी दबाव बनाएगी वह आत्मसमर्पण नही करेंगे। अलगाववादियों ने कश्मीरी अलगाववादी नेताओं और व्यापारियों के खिलाफ एन.आई.ए. द्वारा दायर चार्जशीट को आधारहीन और झूठा करार देते हुए कहा कि तिहार जेल में बंद नेताओं का असल में अपहरण कर लिया गया है।
आज यहां नगीन इलाके में मीरवायज के घर पर संयुक्त पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए अलगाववादियों ने कहा कि कश्मीर के आंदोलन को आतंकवाद से लिंक करने के लिए जानबूझकर प्रयास किए जा रहे हैं। यासीन मलिक ने कहा कि ऐसा आर्मी चीफ द्वारा कश्मीरियों के नरसंहार के औचित्य के लिए किया जा रहा है, अब यदि वह उनके सैनिकों द्वारा हमारी हत्या करना चाहते हैं तो हमे गर्व महसूस होगा।
गिलानी
फोन के माध्यम से पत्रकारों को संबोधित करते हुए गिलानी, जो नजरबंद थे, ने कहा कि कश्मीर मुद्दा विश्व समुदाय द्वारा स्वीकार किया गया विवाद है और कश्मीर के लोग उनके जन्म के अधिकार ‘आत्मनिर्णय के अधिकार’ की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्मी चीफ की धमकी हमें पीछे नही हटा सकती है। तथ्य यह है कि हमारा संघर्ष सभी मोर्चों पर जारी रहेगा। हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण है और हमें आतंकवाद से जोडऩा हमारे संघर्ष को बदनाम करने का एकमात्र प्रयास हैं।
मीरवायज
इस अवसर पर मीरवायज ने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख ने स्वयं स्वीकार किया कि कश्मीरियों की कुछ आकांक्षा और इच्छा है लेकिन दिल्ली अपनी सैन्य शक्ति के माध्यम से लोगों की वास्तविक आकांक्षाओं को कुचल देगा। नेतृत्व चल रहे आंदोलन को अपने तार्किक लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए बाध्य है और चाहे जो हो वह आत्मसमर्पण नही करेंगे।
सेना प्रमुख ने दिया था बयान
बता दें कि सेना प्रमुख ने बुधवार को कहा था कि जम्मू कश्मीर के लोग आतंकवाद से थक गए है क्योंकि उन्हे पता चल गया है कि इससे उनको वह नहीं मिलेगा जो वह चाहते हैं। खासतौर से कश्मीर के लोग आतंकवाद से थक गए हैं। उन्होंने बहुत समय तक यह देखा है और उन्हें पता चल गया है कि उनको कुछ हासिल नहीं हुआ है।
मीरवायज ने कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कश्मीर मुद्दा का समाधान और कश्मीरियों को दीवार की ओर धमकी, बल के माध्य से नहीं धकेला जा सकता है।
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