नोटबंदी से सामने आया चर्चित सृजन घोटाले का सच

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 12:29 PM (IST)

पटनाः बिहार का बहुचर्चित सृजन घोटाला लगातार विस्तार रुप धारण करता जा रहा है। सृजन घोटाले का पता लगाने में नोटबंदी ने बहुत अहम भूमिका निभाई है। बीते साल नवंबर में हुई नोटबंदी से पुराने नोट होने के कारण सृजन का पैसा फंस गया। बैंकों से पैसा निकालने और जमा करने के सख्त नियमों के होते हुए सृजन का काम ढप हो गया। वहीं दूसरी तरफ इस घोटाले की मास्टरमाइंड मनोरमा देवी की मौत होने से काफी मात्रा में पैसा डूब गया।

बताया जा रहा है कि सरकारी पैसे को ब्याज पर बाजार में दिया जाता था। काला धन होने की वजह से बैंकों में सृजन का पैसा लौट नहीं पाया और सृजन के काम पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। जांच के अनुसार सरकारी पैसा सृजन के खाते में पहुँचने से उसे बैंक से भी ब्याज मिलता और बाजार में पैसा लगाने पर वहां से भी ब्याज मिल जाता। इस तरह सृजन को दोगुना लाभ मिल रहा था। सृजन का पैसा केवल बिहार में ही नहीं बल्कि दिल्ली-गाज़ियाबाद-देहरादून समेत कई राज्यों में रियल स्टेट में लगा था। नोटबंदी के कारण बिक्री ना होने पर पैसा वापस नहीं आया और भारी मात्रा में नुक्सान होता चला गया।

बता दें कि सृजन घोटाले में अब तक 12 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। घोटाले के एक आरोपी की मौत की खबर से मामला ओर भी गंभीर हो गया है। जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।


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